राजस्थान में जैसे-जैसे जलस्तर काफी नीचे खिसकता ही जा रहा है. वैसे-वैसे किसानों के सामने खेतों में सिंचाई करने के लिए पानी की समस्या भी बढ़ती ही जा रही है. यहां पर किसान आज भी धोरों के माध्यम से सिंचाई करने का कार्य कर रहे है ताकि इससे पानी की बर्बादी को रोका जा सकें. राजस्थान के कृषि विभाग की ओर से पाइप लाइन पर 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है.
इससे किसानों के पानी की बर्बादी को रोकने के साथ ही फसलों की सिंचाई के लिए भी विशेष सुविधा को प्रदान किया जाएगा. यहां कृषि विभाग द्वारा किसानों को पानी बचाने के साथ-साथ खेतों में भी पानी की आपूर्ति हो सकें, इसके लिए किसानों को एचडीपीआई पाइप पर 300 रूपए एवं प्रति पीवीसी पाइप पर अधिकतम 210 रूपए की सब्सिडी प्रदान की जाएगी.
किसान करें ऑनलाइन आवेदन (Farmers apply online)
कृषि विभाग की इस योजना के सहारे किसानों को राजस्थान में पाइप लाइन पर सब्सिडी लेने के लिए ई मित्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन करना होगा. इसके लिए खेत का नक्शा एवं जमाबंदी, आधार कार्ड, भामाशाह योजना कार्ड, बैंक पासबुक, सिंचाई प्रमाण पत्र, पंजीकृत दुकानदार का प्रमाणित बिल होना जरूरी है. किसानों को इस योजना का लाभ ‘पहले आओं, पहले पाओ’ के आधार पर दिया जाता है.
किसानों को किया जा रहा जागरूक (Farmers are being aware)
कृषि पर्यवेक्षक अमित कुमार के अनुसार तलावड़ा पानी की कमी के चलते किसानों को पाइप लाइन के माध्यम से फसलों की सिंचाई करने के लिए जागरूक किया जा रहा है, किसानों को इस योजना का लाभ लेने के लिए पत्रावली तैयार करके नलिन आवेदन करना होगा.
इसके बाद कृषि विभाग के द्वारा सब्सिडि को किसानों के खाते में जमा करवा दी जाती है. वह कहते है कि वह स्वयं क्षेत्र में जाकर किसानों को इस तरह की योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित कर रहे है.
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