घर बैठे दलहन, प्याज और टमाटर खरीदें, ये है सरकार की नई योजना
बदलते हुए वक्त के साथ मार्केट ने भी अपना स्वरूप बदल लिया है. 90 के दशक के अंत तक बाजारों ने सिमट कर जहां मॉल में समाना बेचना शुरू कर दिया था, वहीं आज का जमाना होम डिलीवरी का है. इस बात में कोई दो राय नहीं कि आज का उपभोक्ता मार्केट जाने से अधिक घर बैठे सेवाओं या उत्पादों को खरीदना पसंद करता है. शायद इस बात को सरकार ने भी महसूस किया है और यही कारण है कि उपभोक्ताओं को घर बैठे सस्ते दामों पर दलहन, प्याज और टमाटर बेचने की योजना बनाई जा रही है.
खबरों के मुताबिक सरकार लोगों को घर बैठे दलहल, प्याज और टमाटर देने की योजना बना रही है. इस पर उपभोक्ता मामले मंत्रालय, नेफेड और अन्य सार्वजनिक कंपनियों के साथ लगातार विचार-विमर्श जारी है. इस बारे में खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दलहन, प्याज और टमाटर समेत तीनों एग्री उत्पादों की सीधे मार्किटिंग और रिटेलिंग भी करने की योजना बनाई जा रही है. इससे जहां किसानों को फसलों का उचित दाम मिल सकेगा, वहीं ग्राहकों को भी बाज़ार के
बदलते हुए वक्त के साथ मार्केट ने भी अपना स्वरूप बदल लिया है. 90 के दशक के अंत तक बाजारों ने सिमट कर जहां मॉल में समाना बेचना शुरू कर दिया था, वहीं आज का जमाना होम डिलीवरी का है. इस बात में कोई दो राय नहीं कि आज का उपभोक्ता मार्केट जाने से अधिक घर बैठे सेवाओं या उत्पादों को खरीदना पसंद करता है. शायद इस बात को सरकार ने भी महसूस किया है और यही कारण है कि उपभोक्ताओं को घर बैठे सस्ते दामों पर दलहन, प्याज और टमाटर बेचने की योजना बनाई जा रही है.
खबरों के मुताबिक सरकार लोगों को घर बैठे दलहल, प्याज और टमाटर देने की योजना बना रही है. इस पर उपभोक्ता मामले मंत्रालय, नेफेड और अन्य सार्वजनिक कंपनियों के साथ लगातार विचार-विमर्श जारी है. इस बारे में खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दलहन, प्याज और टमाटर समेत तीनों एग्री उत्पादों की सीधे मार्किटिंग और रिटेलिंग भी करने की योजना बनाई जा रही है. इससे जहां किसानों को फसलों का उचित दाम मिल सकेगा, वहीं ग्राहकों को भी बाज़ार के मुकाबले सस्ते दामों पर उत्पाद मिलेगा.
ई-कॉमर्स कंपनियां बनेंगी सहायक
योजना के मुताबिक महंगाई एवं बिचौलियों पर नियंत्रण कसने के सरकार ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ साझेदारी करेगी. हाल ही में इस बारे में दिल्ली सरकार, दिल्ली एपीएमसी, सफल और नेफेड अधिकारियों ने ई-कॉमर्स कंपनियों से चर्चा भी की. बता दें कि नेफेड दाल और प्याज़ की खरीद सीधे किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर करती है. इसी योजना को ध्यान में रखते हुए फैसला किया गया है कि अब टमाटर की खरीद भी सीधे किसानों से की जायेगी, ताकि उन्हें बिचौलियों से छुटकारा मिल सके.
English Summary: now you can purchase dalhan, onion and tomato by e- market no need to go anywherePublished on: 24 September 2019, 05:56 IST
कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!
प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।
Share your comments