उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा किसानों (Farmers) को एक बड़ी राहत दी गई है. दरअसल, राज्य सरकार ने धान व गेहूं के बीजों पर सब्सिडी देने के लिए एक योजना बनाई है, ताकि किसानों को बीज खरीदने के लिए ज्यादा राशि न देना पड़े.
फिलहाल, यूपी कैबिनेट द्वारा एक प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है, जिसमें किसानों को केंद्रीय योजनाओं के बराबर अनुदान देने का प्रावधान है. इस प्रस्ताव में यूपी बीज अनुदान योजना (UP Beej Anudan Yojana) शामिल है.
सभी जानते हैं कि उत्तर प्रदेश गेहूं (Wheat) और धान (Paddy) में एक प्रमुख उत्पादक राज्य है. मौजूदा वक्त में खरीफ फसलों की बुवाई का काम अंतिम दौर में है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के किसानों के यूपी बीज अनुदान योजना (UP Beej Anudan Yojana) काफी लाभकारी साबित होगी. आइए आपको इस योजना से जुड़ी अधिक जानकारी देते हैं.
क्या है यूपी बीज अनुदान योजना? (What is UP Seed Grant Scheme?)
यह एक विशेष योजना है, जिससे किसानों की आर्थिक मदद करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है. इसके तहत अधिकतम 2 हजार रुपए तक प्रति क्विंटल के हिसाब मदद दी जाएगी. बता दें कि इस तरह की योजना हरियाणा सरकार भी चला रही है. फिलहाल, यूपी कैबिनेट द्वारा धान व गेहूं के बीजों पर सब्सिडी देने का एक प्रस्ताव मंजूर किया गया है.
बीज खरीदने पर सब्सिडी (Subsidy on buying seeds)
किसानों को धान व गेहूं बीज वितरण पर मूल्य का 50 प्रतिशत व अधिकतम 2,000 रुपए प्रति क्विंटल (जो भी कम हो) की सब्सिडी प्रदान की जाएगी.
बता दें कि अब तक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, पूर्वी भारत में हरित क्रांति के विस्तार की योजना और एकीकृत धान्य विकास कार्यक्रम के तहत किसानों को धान के लिए मूल्य का 50 प्रतिशत व अधिकतम 1,750 रुपए प्रति क्विंटल सब्सिडी की व्यवस्था की है.
इसके साथ ही गेहूं के लिए 1,600 रुपए प्रति क्विंटल सब्सिडी की व्यवस्था है. मगर अब इसमें उत्तर प्रदेश की सरकार अपनी ओर से राशि प्रदान करेगी.
यूपी सरकार देगी बकाया राशि (UP government will give due amount)
केंद्र सरकार द्वारा दी रही सब्सिडी के अतिरिक्त धान बीज पर 250 रुपए की अतिरिक्त सब्सिडी यूपी सरकार वहन करेगी. इसके साथ ही गेहूं बीज पर 400 रुपए प्रति क्विंटल की अतिरिक्त सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा. यह प्रावधान वर्तमान वित्तीय वर्ष व आगे भी जारी रहने वाला है. /यूपी सरकार की बीज अनुदान योजना से किसानों को बहुत लाभ मिलने वाला है, क्योंकि इसके जरिए किसानों को कम दाम में बीज उपलब्ध हो जाएंगे.
कृषि विभाग की मानें, तो हर साल यूपी में औसतन 58 से 60 लाख हेक्टेयर में धान की खेती होती है, तो वहीं औसतन 98 से 99 लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती होती है. हालांकि, पंजाब व हरियाणा समेत कई राज्यों की तुलना में यूपी में उत्पादकता कम है. ऐसे में इस राज्य़ में गुणवत्ता युक्त बीज और तकनीकी की पर जोर देने की जरूरत है.
(उत्तर प्रदेश बीज अनुदान योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए http://upagriculture.com/ पर विजिट कर सकते हैं.)
Share your comments