1. Home
  2. सरकारी योजनाएं

Mango Farming: आम से पता चलेगा मालिक का नाम, अब ब्रांड की तरह मिलेगी पूरी जानकारी

अब आपको आम खरीदने से पहले उसके मालिक का नाम और वह आम किस बाग़ का है यह भी पता चल जाया करेगा. अगर आपको इस बात को सुन कर आश्चर्य हो रहा हो तो एक बार इस खबर को पूरा पढ़ें.

प्रबोध अवस्थी
प्रबोध अवस्थी
QR कोड से पता चलेगा आम के असली मालिक का नाम
QR कोड से पता चलेगा आम के असली मालिक का नाम

अभी तक आप बाज़ार से जब आम खरीदते थे तो आपको यह जानकरी होती थी कि आप जिस दूकान से आम खरीद रहे हैं वह आम उस दुकानदार का है. लेकिन अब इस तकनीक के दौर में आप एक कदम और भी आगे के बारे में जान सकेंगें. जी हां अब आप आम को खरीदने से पहले ही उससे संबंधित सभी जानकारियां पहले ही ले लेंगें. बल्कि आपको यहां तक की जानकारी मिल जाएगी की आप जो आम खरीद रहे हो उसका असली मालिक कौन है और वह आम किस बाग़ से लाया गया है.

कैसे पता चलेगा असली मालिक का

अगर आप चाहते हैं कि आप जो भी आम खरीद रहे हैं उसके बारे में आपको पहले ही पूरी जानकारी हो तो अब आपको आम पर लगे हुए एक QR कोड को स्कैन करना होगा और यह कोड स्कैन होते ही उस आम की पूरी जानकारी आपके mobile में आ जाएगी. इस कोड में आम किस जिले का है और किस बाग़ का है यह सभी जानकारियां मालिक के नाम सहित आ जाएंगी.

यह भी जानें- 25 साल पुराने आम के पौधों को फिर से ऐसे बनाएं फलदार, जानें पूरी जानकारी

किन आमों के लिए शुरू हुई यह स्कीम

भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाला आम दसहरी आम होता है. यह आम भारत में तो खासबसे ज्यादा पसंद किया ही जाता है साथ ही विदेशों में भी इस आम को बहुत पसंद किया जाता है. भारत में उत्तर प्रदेश के लखनऊ के मलीहाबादी आम को जीआई टैग मिला हुआ है और यह दसहरी आम अन्य के आमों की अपेक्षा ज्यादा मीठा और सुगंधित होता है. सरकार ने इस आम की बिक्री के लिए अब क्यूआर कोड के प्रयोग की योजना शुरू की है. जिसकी सहायता से अब इस आम की बिक्री के साथ में आम के सभी जानकारी पहले से ही एकत्र कर ली जाएगी. उसके बाद अगर आप उस QR कोड को स्कैन करते हैं तो आपको उस आम के बारे में सभी जानकारियां प्राप्त हो जायेंगी.

मलीहाबादी दसहरी आम के पेड़ों की होगी जिओ टैगिंग
मलीहाबादी दसहरी आम के पेड़ों की होगी जिओ टैगिंग

पेड़ों की होगी जिओ टैगिंग

QR कोड का प्रचलन कोई नया काम नहीं है लेकिन पहले यह केवल आम या अन्य फलों की पेटियों पर लगाया जाता था जिससे इनके वास्तविक होने की आशंका बनी रहती थी.

यह भी पढ़ें- क्या है दशहरी आम का इतिहास, आप भी जान कर हो जायेंगें हैरान

लेकिन अभी यह काम सीधे तौर पर मलीहाबादी आम के पेड़ों की जिओ टैगिंग करके किया जायेगा. साथ ही सभी फलों को ज्यादा फ्रेश रखने के लिए इन फलों की पैकिंग भी की जाएगी.

English Summary: Mango Farming Owner's name revealed from mango, now complete information like brand will be available Published on: 16 May 2023, 01:56 IST

Like this article?

Hey! I am प्रबोध अवस्थी. Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News