देश के किसान भाइयों के लिए खेती से जुड़े कार्यों को सरलता के साथ समय पर पूरा करने के लिए कृषि मशीनों की आवश्यकता होती हैं. बता दें कि यह मशीन खेत के सभी तरह के कार्य को बिना कोई परेशानी के पूरा करके देती है. लेकिन छोटे वह निर्धन किसानों के लिए बाजार से कृषि उपकरणों (Agriculture Machine) को खरीदने के लिए कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
कुछ किसान तो इन मशीनों को खरीदने के लिए बैंक से भी लोन लेते हैं. लेकिन सरकार के द्वारा भी कई तरह के बड़े कृषि उपकरणों को खरीदने के लिए बेहतर सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है. इन्हीं में से एक हार्वेस्टर सब्सिडी योजना (Harvester Subsidy Scheme) है. इस योजना में हार्वेस्टर के लिए किसानों को लगभग 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है.
हार्वेस्टर क्या है? ( What is Harvest Machine ?)
जैसे कि आप जानते हैं कि धान और गेहूं की कटाई के लिए किसान भाइयों को हार्वेस्टर मशीन (Harvester Machine) की जरूरत पड़ती है. यह मशीन भारतीय बाजार में बेहद महंगी आती है लगभग 10 लाख रुपए से लेकर 50 लाख रुपए तक इसकी कीमत होती है. जो कि हर एक किसान के बस की बात नहीं होती है कि वह इस मशीन को खरीद सके. इसलिए सरकार ने हार्वेस्टर मशीन को खरीदने के लिए इस योजना को शुरू किया है. ताकि किसान अपनी फसल की कटाई सरलता से कर सकें.
इस तरह मिलेगा योजना का लाभ
भारत सरकार के द्वारा हार्वेस्टर सब्सिडी योजना का लाभ देशभर के राज्यों में अलग-अलग दिया जाता है, जोकि उस राज्य की सरकार के ऊपर निर्भर रहता है. मिली जानकारी के मुताबिक, इस मशीन के लिए सब्सिडी का वर्गीकरण किया गया है. यानि कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति किसानों को 50 प्रतिशत और वहीं सामान्य वर्ग के किसानों को 30 से 40 प्रतिशत तक सब्सिडी की सुविधा दी जाती है.
योजना के लिए पात्र
-
आयु 18 वर्ष से अधिक
-
7 साल से किसी भी सरकारी योजना से कृषि उपकरण न लिया हो.
-
आधार कार्ड बैंक खाता से लिंक होना चाहिए.
योजना के लिए जरूरी कागजात
-
आधार कार्ड
-
खेत के कागजात
-
जाति प्रमाण पत्र
-
बैंक खाता
-
पासपोर्ट साइज फोटो
-
मोबाइल नंबर
ऐसे करें हार्वेस्टर पर सब्सिडी पाने के लिए आवेदन?
अगर आप भी इस मशीन को खरीदने के लिए सरकार की मदद चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र में जाकर संपर्क करना होगा.
इसके अलावा आप इस योजना के लिए ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं.
इसके लिए आपको अपने राज्य की कृषि उपकरण की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा. जहां आपको इससे जुड़ी पूरी जानकारी विस्तार से बताई गई है.
Share your comments