Safed Baingan: आपने अधिकतर नीले, गुलाबी और हरे रंग के बैगनों को ही देखा होगा, लेकिन क्या आपने कभी दूध की तरह बिल्कुल सफेद बैगन के बारे में भी सुना है. सफेद बैंगन देखने में बिलकुल अंडे जैसा दिखाई देता है और इसकी मार्केट में काफी अच्छी डिमांड बढ़ रही है. भारत के अलावा विदेशों में भी सफेद बैंगन की मांग बड़ रही है. बैगन की यह एक ऐसी किस्म है, जिसकी खेती करके किसान बंपर कमाई कर रहे हैं. इसे किसी भी मौसम में किसान पूरे साल उगा सकते हैं.
आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में सफेद बैंगन की खेती के बारे में जानते हैं.
कम समय में बंपर कमाई
बैंगन की इस किस्म की खेती के लिए सबसे अच्छा समय फरवरी और मार्च को माना जाता है. किसान फरवरी के अंत से लेकर मार्च की शुरुआत तक इसकी बुआई की जा सकती है. हालांकि भारत में कई ऐसे क्षेत्र भी जहां सफेद बैंगन की बुआई दिसंबर में की जाती है. जून-जुलाई के महीनों में सफेद बैंगन पूरी तरह से तैयार हो जाते हैं और इन्हें मार्केट में आसानी से बेचकर मुनाफा कमाया जा सकता है. किसानों कम समय में अधिक कमाई के लिए सफेद बैंगन की खेती कर सकते हैं.
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सफेद बैंगन की बुआई
बैंगन की इस किस्म की बुआई करने से पहले आपको क्यारी बना लेनी चाहिए. आपको लगभग डेढ़ मीटर लंबी और 3 मीटर चौड़ी क्यारी को बनाकर तैयार कर लेना चाहिए. अब आपको मिट्टी को भुरभुरा कर लेना है. अब आपको हर एक क्यारी में लगभग 200 से 250 ग्राम डीएपी को डाल देना है. क्यारी में डीएपी डालने के बाद एक लाइन खींचकर इसमें सफेद बैंगन के बीजों की बुआई करनी है. इसके बाद कुछ ही दिनों में आपको पौधे निकलते हुए दिखाई देने लगेंगे.
यहां होता है अधिक उत्पादन
आपको बता दें, भारत में सफेद बैंगन की खेती उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार जैसे कई राज्यों में की जाती है, लेकिन इसकी सबसे अधिक खेती जम्मू में देखने को मिलती है. देश के अलग अलग राज्यों में सफेद बैंगन की खेती के लिए अधिकतर किसान जम्मू से ही बीज लाकर इसकी खेती करते हैं. जम्मू के अलावा देश के अन्य राज्यों में सफेद बैंगन की खेती कम होती है. बता दें, बैगनी या काले रंग के बैंगने से अधिक पौष्टिक तत्व सफेद बैंगन में पाए जाते हैं और सायद यही वजह है किस बाजारों में इसकी डिमांड काफी देखने को मिल रही है.
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