जब किसान गन्ने की पेराई कर देते हैं, उसके बाद खोई बच जाती है, जिसका निस्तारण चीनी मिलों के लिए एक बड़ी समस्या है. सीधे तौर पर कहा जाए, तो यह किसी तरह से भी उपयोग नहीं आती है.
अगर खोई जला दी जाए, तो इससे प्रदूषण की समस्या होती है. हालांकि, इसको कुछ चीनी मिल ईंधन के तौर पर इस्तेमाल कर रही हैं, जिसका कोई खास लाभ नहीं है. इसके चलते ही राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (NSI) के विशेषज्ञों द्वारा एक अनोखा प्रयोग किया गया है, जिससे किसानों और चीनी कारखानों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा.
दरअसल, राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (NSI) द्वारा गन्ने की खोई (अपशिष्ट) और गुड़ की मदद से एक सेहत भरा बिस्किट तैयार किया है. इस बिस्किट में फाइबर, विटामिन व कैल्शियम की विशिष्टता मौजूद है. उसे खोई के फाइबर ने अधिक गुणकारी बना दिया है.
गन्ने की खोई और गुड़ से बनाया बिस्किट (Biscuit made from sugarcane bagasse and jiggery)
राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (NSI) के निदेशक प्रो. नरेंद्र मोहन द्वारा बताया गया है कि गन्ने की खोई को फाइबर की तरह तैयार किया गया है. इसमें वही उत्पाद मिलाए गए है, जो बिस्किट बनाने में इस्तेमाल किए जाते हैं. जैसे, इसमें बेकिंग पाउडर, क्रीम, फैट आदि शामिल है.
बता दें कि गुड़ का इस्तेमाल चीनी की जगह किया गया है, जो बिल्कुल चीनी की तरह मिठास देता है. यह ज्यादा गुणकारी भी है. खास बात यह है कि इस बिस्किट को कई फ्लेवर में तैयार किया जा सकता है.
गन्ने की खोई और गुड़ से तैयार बिस्किट की खासियत (Specialties of biscuits prepared from sugarcane bagasse and jiggery)
गन्ने की खोई और गुड़ से तैयार हुए बिस्किट में मुख्य रूप से में कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, कॉपर, विटामिन बी-1, बी-2, सी और ई की अच्छी मात्रा पाई जाती है.
रोगियों के लिए लाभदायक (Beneficial to Patients)
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गन्ने की खोई में फाइबर की मात्रा पाई जाती है, इसलिए इससे कब्ज की समस्या दूर हो सकती है.
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यह टाइप-टू डायबिटीज में भी फायदेमंद है.
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खून में कोलेस्ट्राल की मात्रा कम करने के लिए बेहतर है.
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यह इम्यूनिटी बढ़ाने में भी सहायक है
वैज्ञानिक लिक्विड और पाउडर गुड़ की मदद से कई तरह के बेकरी उत्पाद बनाने में कामयाब हुए हैं. उन्होंने इससे चाकलेट, केक, ब्राउनी आदि उत्पाद बनाकर तैयार किए हैं.
खास बात यह है कि इन सबका स्वाद भी बहुत अच्छा है. यह बच्चों के साथ-साथ हर उम्र के लोगों को पसंद आएगा. संस्थान के विशेषज्ञों की मानें, तो इस बिस्किट को बनाने के तरीके का पेटेंट करवाया है. अब इस तकनीक को किसी कंपनी को देने की तैयारी है, ताकि इस साल बाजार में यह बिस्किट आ जाए.
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