किसान भाइयों क्या आप जानते हैं पौधे की शुरुआत में आने वाली पत्तियां आपकी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद होती हैं और साथ ही यह आपकी कमाई का अच्छा जरिया बन सकती हैं? जैसा की कोरोना काल की वजह से पूरी दुनिया की आर्थिक स्थिति पर प्रभाव पड़ा है.
लोगों के रोजगार पर संकट के बदल छा रहे हैं. ऐसे में कुछ ऐसे बिजनेस हैं जो आपकी घर बैठे अच्छी कमाई का जरिया बन सकता हैं. आप ये सोच रहे होंगे की ऐसा क्या काम है जो घर बैठे अच्छी कमाई करा सकती है. तो आइये आपको बताती हूँ वो क्या है? मैं माइक्रोग्रीन की खेती की बात कर रही हूँ. आपको बता दें माइक्रोग्रीन की खेती कर आप घर बैठे अच्छी कामाई कैसे कर सकते हैं पढ़िए इस लेख में.
क्या होती है माइक्रोग्रीन की खेती (What is Microgreen Farming)
आप सोच रहे होंगे की माइक्रोग्रीन क्या बला होती है? ऐसा तो हमने कभी सुना ही नहीं. तो आइये सबसे पहले हम आपको ये बताते हैं की माइक्रोग्रीन क्या होती है? माइक्रोग्रीन एक प्रकार की पौधे की शुरुआती पत्तियों को कहते हैं. जैसे अगर आप मूली, सरसों, मूंग या कुछ और चीजों के बीज बो दें तो उनमें जो शुरुआती 2 पत्तियां आती है, वही माइक्रोग्रीन कहलाती हैं. जैसे ही ये 2 पत्तियां आती हैं, वैसे ही जमीन या सतह से थोड़ा ऊपर से इसे काट लिया जाता है. यानी माइक्रोग्रीन में पहली 2 पत्तियां और साथ ही उसका तना शामिल होता है.
कितनी फायदेमंद होती है माइक्रोग्रीन? (How Beneficial are Microgreens?)
अगर आप रोजाना अपने खान पान में सिर्फ 50 ग्राम माइक्रोग्रीन का सेवन करते हैं तो मान लीजिये ऐसा करने से आपके शारीर में पोषण की सारी कमी दूर हो जाएगी. इनमें फल और सब्जियां के मुताबिक ज्यादा पोषण पाए जाते हैं. सामान्य तौर पर आप मूली, शलजम, सरसों, मूंग, चना, मटर, मेथी, बेसिल, गेंहू, मक्का आदि के माइक्रोग्रीन खा सकते हैं. इनसे मिलने वाला पोषण से आपकी चुस्त दुरुस्त रह सकते हैं.
माइक्रोग्रीन की खेती करने का तरीका (How to Grow Microgreen)
माइक्रोग्रीन की खेती करना बहुत ही आसान है. इसकी खेती सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसे कोई भी और कहीं से भी शुरू कर सकते हैं. माइक्रोग्रीन की खेती आप किसी भी गमले या छोटे से गहरे बर्तन में कर सकते हैं. इसके लिए आपको सबसे पहले किसी भी गमले, छोटे से गहरे बर्तन में मिट्टी या फिर कोकोपीट लेकर उसमें आर्गेनिक खाद मिला दें उसके बाद जो भी फसल करनी हो उसके बीज को उन गमलों में डाल दें.
सूरज की रोशनी से बचाव (protection from sunlight)
माइक्रोग्रीन की खेती करने के लिए आपको विशेष बातों का ध्यान रखना होगा वो यह कि इसको सूरज की रौशनी से दूर रखना होगा क्योंकि यह तेज धूप बर्दाश्त नहीं कर पातें है. ऐसे में आप अपनी बालकनी में या खिड़की के पास लगा सकते हैं, जहां कम रोशनी आती हो और सूरज की सीधी धूप ना आती हो. आप चाहे तो इसे बेडरूम में लगा सकते हैं, लेकिन वहां इसे आर्टिफिशियल लाइट देनी होगी. इसके साथ रोज पानी का हल्का छिड़काव करते रहें और आप देखेंगे कि कुछ ही दिनों में पौधे उगने लगेंगे. हफ्ते भर से भी कम में फसल तैयार हो जाएगी.
कितनी इन्वेस्टमेंट की जरूरत? (How Much Investment Required?)
माइक्रोग्रीन की खेती करने के लिए आपको ज्यादा पैसा खर्च करने की जरुरत नहीं होगी. यह कम लागत में अच्छी कमाई का जरिया बन सकती है. खेती के शुरुआत के दो – तीन सप्ताह के भीतर ही आपकी कमाई हो सकती है. इनकी पत्तियों की कटाई के बाद इनकी पैकिंग कर किसी भी पांच सितारा होटल या फिर कैफे में बेच सकते हैं.
लेकिन अगर आप बड़े स्तर पर खेती करना चाहते हैं. तो इसके लिए आपको लगभग 1000 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता होगी. शुरुआत में आपको 14 लाख रुपये का इन्वेस्टमेंट करना होगा. जिसमें 7 से 8 लाख रुपये ग्रीन हाउस को बनाने में खर्च हो जायेंगे. इसके अलावा करीब 3 लाख रुपये सनड्राई (Sundry) में खर्च होंगे, और बाकी बचे 3 लाख रुपये 6 महीने की ऑपरेशनल कॉस्ट है. इतनी जगह में आप हर हफ्ते बिना किसी मिट्टी, खाद या कीटनाशकों का इस्तेमाल किए 400 किलोग्राम उत्पादन कर सकते हैं. इस हिसाब से प्रति माह प्रोडक्शन की रिटेल वेल्यू करीब 2 लाख रुपये हो जाती है.
जानें कहाँ होगी इसकी खरीद? (Know Where to Buy it?)
5 स्टार होटल, कैफे, सुपर मार्केट और उच्च-मध्यम वर्गीय परिवार भी आपके संभावित ग्राहक हो सकते हैं. आप या तो एक B2B बिजनेस चला सकते हैं, जहां आपको सिर्फ होटल और कैफे में माइक्रोग्रीन्स की सप्लाई करनी होगी. या फिर आप B2C बिजनेस भी कर सकते हैं, जहां आप माइक्रोग्रीन्स को सीधा ग्राहकों को बेच सकते हैं. इसके अलावा, आप अपने पड़ोसियों और किसी विशेष इलाके के लोगों को बेचकर भी अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं. तो कृषि से सम्बंधित जानकारियां जानने के लिए पढ़ते रहिये कृषि जागरण हिन्द पोर्टल.
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