भोजन के लिए प्याज का उपयोग 4,000 साल पहले से किया जाता है. प्याज लोकप्रिय ठंडे मौसम में उगाई जाने वाली सब्जियां में से एक हैं. जिसकी बीज प्रत्यारोपण से खेती की जाती है.प्याज एक आसानी से बढ़ने वाली फसल है. जिसकी उचित रूप से कटाई की जाती है. इसकी खेती महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा मात्रा में की जाती है. प्याज की खेती किसानो की आमदनी बढ़ाने का अच्छा स्त्रोत है. रबी के प्याज की खेती उत्तम मानी जाती है. प्याज़ की कीमतें में आई उछाल ने सरकार तक को हिला दिया है. किसान भी अब कृषि वैज्ञानिकों की सलाह लेकर प्याज की अच्छी पैदावार कर अपनी आय बढ़ा सकते है.
इसका औसत उत्पादन 250 से 300 कुंतल प्रति हेक्टेयर है. यह फसल 140 से 145 दिन में तैयार हो जाती है. तैयार फसल की सिंचाई बंद कर देनी चाहिए प्याज़ लगाने से पहले मिट्टी की जाँच करा लेनी चाहिए. एक हेक्टेयर खेत में 20 से 25 कि.ग्रा तक गोबर की खाद रोपाई के एक माह पूर्व ही खेत में मिला देना चाहिए . अच्छे उत्पाद के लिए प्रति हेक्टेयर में 100 कि.ग्रा नाइट्रोजन, 50 कि.ग्रा फॉस्फोरस और 60 कि.ग्रा पोटाश की जरूरत पड़ती है. फसल में गंधक और ज़िंक की कमी पर इसका उपयोग करे.
फसल कटाई में सफलता :
प्याज़ की कटाई में आपकी सफलता बढ़ते मौसम में उचित रोपण और देखभाल पर निर्भर करती है. समृद्ध मिट्टी, लगातार नमी और ठंडा तापमान बल्ब विकास में मदद करता है. हरी प्याज के लिए उपयोग किए जाने वाले प्याज के लिए क्यारिया को बनाना सबसे अच्छा है.
प्याज की कटाई कब करें :
जब प्याज की फसल की ऊंचाई 6 इंच तक पहुँच जाए और प्याज हरा हो जाने लग जाए, उतना ही मजबूत हो जाता हैं.
प्याज की फसल की कटाई :
प्याज की कटाई के समय यह ध्यान रखे कि फसल के पौधे और बल्बों को नुक्सान न पहुंचे. प्याज़ को हमेशा जमीन के ऊपर से खींचे या खुदाई करे. बल्बों के चारों और से मिट्टी को धीरे-धीरे हिलाएं. संग्रहित किए जाने से पहले प्याज को सूखा दिया जाना चाहिए. प्याज सूखाने के लिए इन्हे एक अच्छी हवादार वाली जगह पर या गेराज, शेड में एक साफ़ और सतह पर फैलाएं. प्याज कम से कम दो से तीन सप्ताह तक सुखाए जब तक उसकी शीर्ष गर्दन पूरी तरह से सूख न जाए और प्याज की बाहरी त्वचा कुरकुरी हो जाए. फिर एक तार टोकरी, क्रेट या नायलॉन बैग में सूखे प्याज को स्टोर कर दे. जहा तापमान 32 से 40 एफ (0-4 सी) के बीच हो. यदि प्याज ठीक से सुख जाता है तो फिर वह ठीक से संग्रहित किया जा सकता है. जिस से प्याज तीन महिने तक सुरक्षित रह सकता है.
मनीशा शर्मा, कृषि जागरण
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