गन्ना बहुवर्षीय व अधिक मुनाफा देने वाली नगद फसल मानी जाती है. गन्ना की फसल गुड़ व चीनी का प्रमुख स्रोत है. विश्वभर में भारत गन्ना व चीनी उत्पादन में दूसरे स्थान पर है.
भारत में गन्ने की खेती (Sugarcane Cultivation) उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र,आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में प्रमुख रूप से की जाती है. यानि गन्ने की खेती ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार है. ऐसे में गन्ने की अधिक पैदावार लेने के लिए जुताई, बुवाई और समय से सिंचाई अनिवार्य है. कई बार किसान गन्ने की पैदावार पर सिंचाई का लाभकारी असर देखते हुए अत्यधिक मात्रा में पानी लगाते रहते हैं.
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इसका नतीजा यह होता है कि पानी और सिंचाई पर किए गए खर्चे, दोनों का ही नुकसान होता है, इसलिए भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ द्वारा एक मोबाइल ऐप विकसित किया गया है. इस ऐप का नाम “इक्षु केदार” है. तो चलिए आपको इस ऐप के बारे में विस्तार से बताते हैं.
क्या है इक्षु केदार ऐप? (What is Ikshu Kedar App?)
गन्ने की खेती (Sugarcane Cultivation) करने वाले किसान इस ऐप की मदद से फसल में अगली सिंचाई की तिथि पता लगा सकते हैं. इससे फसल में बार-बार की जाने वाली अनावश्यक सिंचाई की बचत होती है. बता दें कि अलग-अलग मौसम में बोई जाने वाली गन्ने की फसल के लिए दो सिंचाइयों के बीच का अंतराल अलग–अलग होता है.
ऐसे में गन्ने की बुवाई की तिथि और पिछली सिंचाई की तिथि अवश्य अंकित करना चाहिए. इसके लिए इक्षु केदार ऐप बहुत काम आएगा. इस ऐप को गन्ना खेती की समान्य दशाओं में उत्तर भारतीय राज्यों के मौसम को ध्यान में रखकर बनाया गया है.
इसका उपयोग विशेष परिस्थितियों जैसे लवणीय या क्षारीय मृदा, जल भराव वाले क्षेत्र तथा अति भारी व बलुई मिट्टी वाले क्षेत्रों में संस्तुत नहीं है. किसान भाई इक्षु केदार ऐप को गूगल प्ले स्टोर में जाकर डाउनलोड कर सकते हैं.
सम्पर्क सूत्र (Contact person)
निदेशक, भाकृअनुप – भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ
टेलीफोन नंबर : 0522-2480726
फैक्स नंबर : 0522-2480738
ई-मेल : [email protected]
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