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Akarkara Farming: बाजार में है इस पौधे की भारी मांग, खेती करने से हो जाएंगे मालामाल

अकरकरा एक औषधीय पौधा है और इसमें कई प्रकार के गुण होते हैं. इसकी जड़ों का उपयोग दवा बनाने में किया जाता है, इसलिए बाजार में इसकी काफी डिमांड बनी रहती है.

देवेश शर्मा
अकरकर की खेती करने की विधि
अकरकर की खेती करने की विधि

भारत में मौजूदा दौर में खेती के क्षेत्र में कई प्रकार के प्रयोग किए जा रहे  हैं. आज का किसान परंपरागत खेती के साथ-साथ बाजार में ज्यादा डिमांड होने वाली खेती भी कर रहा है जैसे कि अकरकरा की खेती.

अकरकरा एक औषधीय पौधा है और इसमें कई प्रकार के गुण पाए जाते हैं. ऐसे में बाजार में इसकी काफी डिमांड रहती है. आपको बता दें कि इसकी खेती के लिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है और साथ में यह एक कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाली खेती है. हालांकि, अकरकरा की खेती की अभी किसानों के बीज उतनी पॉपुलर नहीं है, लेकिन धीरे- धीरे इसका चलन बढ़ रहा है.

दवाओं के लिए उपयोगी है अकरकरा    

अकरकरा एक औषधीय पौधा है और यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इसकी जड़ों का इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है. आयुर्वेद में अकरकरा को बड़ा ही महत्व दिया गया है. बताया गया है कि इसे शहद के साथ इस्तेमाल करने से लकवाग्रस्त मरीजों को काफी फायदा होता है.

अकरकरा की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी

अकरकरा की खेती दूसरी चीजों की खेती से भिन्न तरीके से की जाती है. इसकी खेती के लिए भुरभुरी और नरम मिट्टी बेहद जरुरी होती है, ताकि इसकी जड़ें आसानी से बैठ सकें. इसकी खेती करते समय ये ध्यान रहे कि जल निकासी की पर्याप्त व्यवस्था उपलब्ध हो, ताकि खेत में पानी के भरने से पौधे को नुकसान न पहुंचे.

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इतने तापमान पर की जानी चाहिए अकरकरा की खेती

अकरकरा की पैदावार ज्यादातर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में बड़े पैमाने पर होती है. इसकी खेती पर सर्दी और गर्मी का ज्यादा असर नहीं होता है. विशेषज्ञों के अनुसार, इसके पौधे के अंकुरण के लिए 25 डिग्री का तापमान सबसे सही होता है और वहीं  पौधे के विकास के लिए 15 से 30 डिग्री तक का तापमान सही होता है.

अकरकरा की बुवाई के दौरान ध्यान रखने वाली बातें

अकरकरा की खेती पौधे और बीज दोनों के जरिए की जा सकती है. अगर आप इसकी खेती बीज द्वारा करना  चाहते हैं तो आपको प्रति एकड़ तीन किलो बीज की व्यवस्था करनी होगी और पौधे से रोपाई करने पर दो किलो बीज में ही काम चल जाएगा. इसकी फसल खेती की रोपाई के 6 महीने बाद तैयार हो जाती है. इसकी जड़ों का इस्तेमाल भी किया जाता है, इसलिए जब इसकी पत्तियां पीले रंग की हो जाएं, तो इन्हें जड़ से उखाड़ना शुरू कर देना चाहिए. अकरकरा की पैदावार प्रति एकड़ 8 से 10 क्विंटल तक हो जाती है. 

अकरकरा की खेती में होने वाला मुनाफा

अकरकरा की खेती में  होने वाला मुनाफे की बता करें, तो बाजार में  इसकी जड़ों की कीमत 20 हजार रुपये है. वहीं इसके बीज 10 हजार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिकते हैं. अगर किसान एक एकड़ में अकरकरा की खेती करता है, तो वह 2 से 3 लाख तक का मुनाफा हासिल कर सकता है.

English Summary: Demand for Akarkara plant in the market, farmers earn profit by farming Published on: 29 August 2022, 12:38 PM IST

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