शिमला मिर्च तो आजकल लगभग सभी घरों में उपयोग होता है. आपने अब तक केवल हरी शिमला मिर्च खाई होगी. लेकिन क्या आप लाल, पीली या बैंगनी शिमला मिर्च के बारे में जानते हैं. अगर नहीं, तो आज हम इसके बारे में आपको बताने जा रहे हैं. यह केवल खाने के मामले में ही नहीं बल्कि कमाई को लेकर भी फायदेमंद हैं. एक एकड़ में इसकी खेती कर किसान लाखों की कमाई कर सकते हैं. तो आइये इसके बारे में विस्तार से जानें.
इतने प्रकार की होती है शिमला मिर्च
हमारे देश में कई रंगों की शिमला मिर्च पाई जाती है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह सामने आता है कि कुल कितनी तरह की शिमला मिर्च होती है. तो बता दें कि कुल पांच प्रकार की शिमला मिर्च पाई जाती है, जिसके रंग व फायदे अलग-अलग होते हैं. किसान हरी के अलावा लाल, पीली और बैंगनी शिमला मिर्च की खेती से हर साल लाखों की कमाई कर सकते हैं. लेकिन इसके लिए सही से बुवाई करना सबसे ज्यादा जरुरी है. वहीं, बीज का सेलेक्शन भी उपज पर बड़ा असर डालता है.
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खेती में इतना खर्च
लाल, पीली और बैंगनी शिमला मिर्च की खेती का तरीका अलग नहीं होता है. इसे भी हरी शिमला मिर्च की तरह ही उगाया जाता है. हालांकि, पीली और बैंगनी शिमला मिर्च की खेती के खर्च में थोड़ा अंतर देखने को जरुर मिल सकता है. एक एकड़ जमीन में शिमला मिर्च की खेती में करीब चार लाख का खर्च आता है. वहीं, इतनी जमीन में करीब 15 हजार किलो शिमला मिर्च का उत्पादन होता है. साल में तीन बार इसकी खेती हो सकती है. इसके उत्पादन के लिए मौसम का अनुकूल होने बहुत जरुरी है. खेतों में बुवाई के बाद शिमला मिर्च को तैयार होने में 60 से 65 दिन का समय लग जाता है.
ये है फायदा
अब अगर फायदे की बात करें तो बाजार में हरी शिमला मिर्च ज्यादा से ज्यादा 60 रुपये किलो बिकती है. लेकिन लाल, पीला और बैंगनी शिमला मिर्च की कीमत आम शिमला मिर्च से ज्यादा होती है. बाजार में 150 से लेकर 200 रुपये किलो तक इसका भाव रहता है. ऐसे में किसान इसका उत्पादन करके कम दिनों लाखों की कमाई कर सकते हैं.
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