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Chinese okra: तोरिया की इन 4 किस्मों की करें बुवाई, कम समय में प्राप्त होगी बंपर उपज!

Chinese okra cultivation: तोरिया की इस समय बुवाई आपके लिए काफी फायदे का सौदा हो सकती है. तोरिया एक जल्द पकने वाली तिलहनी फसल है, जो कम लागत और कम समय में आपको अच्छा खासा मुनाफा दे सकती है. आइये इस पोस्ट में तोरिया की उन्नत किस्में जानें.

मोहित नागर
तोरिया की इन 4 किस्मों की करें बुवाई (Picture Credit - Big Stock Photo)
तोरिया की इन 4 किस्मों की करें बुवाई (Picture Credit - Big Stock Photo)

Chinese Okra Cultivation: देश के अधिकतर किसान कम समय में अच्छी कमाई के लिए सब्जियों की खेती करना पंसद कर रहे हैं. साथ ही किसान ‘कैच क्रॉप’ के रूप में खरीफ और रबी सीजन के मध्य में बोई जाने वाली सब्जियों की खेती भी कर रहे हैं, जिससे गेहूं की बुवाई करने से पहले ही फसल कट जाएगी और रबी सीजन में गेहूं की बुवाई कर सकेंगे. इन्हीं फसलों में से एक तोरिया भी है, जिसकी इस समय बुवाई आपके लिए काफी फायदे का सौदा हो सकती है. तोरिया एक जल्द पकने वाली तिलहनी फसल है, जो कम लागत और कम समय में आपको अच्छा खासा मुनाफा दे सकती है.

तोरिया के उन्नत किस्में

तोरई की फसल से अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए इसके अच्छी किस्म वाले बीजों का चुनाव करना बेहद जरूरी होती है. किसान अच्छी किस्म की बुवाई करके बंपर उपज प्राप्त कर मोटा मुनाफा कमा सकते हैं.

  • T- 36 (पीली) तोरिया बीज.
  • T- 9 (काली) तोरिया बीज.
  • Pt303 (काली) तोरिया बीज.
  • PT30 (काली) तोरिया बीज.

बीज की मात्रा और बीजोपचार

तोरिया की बुवाई करने से पहले आपको इसके बीज का उपचार कर लेना चाहिए. इसके लिए आप 2 ग्राम काबेंडेजिम के हिसाब से प्रति किलो बीजों को उपचारित कर सकते हैं. साथ ही बेहतर उपज प्राप्त करने के लिए आपको एजोटोबैक्टर जीवाणु खाद टीके से बीजों को उपचारित कर सकते हैं. प्रति एकड़ भूमि के अनुसार तोरिया की बुवाई करने के लिए लगभग आपको 1.50 किलोग्राम बीजों की आवश्यकता होती है. इसकी बुवाई करते वक्त एक कतार से दूसरी कतार की दूरी लगभग 30 सेमी. और गहराई 4 से 5 सेमी रखनी चाहिए. इसके अलावा, एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी 10 से 15 सेमी होनी चाहिए.

बेहतर उपज के लिए इन बातों का रखें ध्यान

  • अच्छी पैदावार के लिए आपका तोरिया बुवाई के बाद सिंचाई और मिट्टी की देखभाल करना काफी जरूरी हो जाता है.
  • बुवाई के दौरान 20 किलोग्राम नाइट्रोजन और 30 किलोग्राम पोटाश का प्रति हेक्टेयर के हिसाब से उपयोग करें, इससे तोरई के पौधे का विकसा अच्छा होता है. इसकी इसी मात्रा में दूसरी खुराक फूल आने पर देनी चाहिए.
  • तोरई की फसल में अक्सर केवड़ा और भूरी रोग का काफी ज्यादा खतरा रहता है, इससे फसल को बचाने के लिए आपको थाइरम नामक फंफुदनशक दवा के 2 ग्राम से प्रति किलोग्राम बीज दर से उपचार करना चाहिए.
  • इसके अलावा, केवड़ा रोग से तोरिया की फसल का बचाव करने के लिए आप डायथीन जेड 78 को 10 ग्राम प्रति 10 लीटर पानी में मिलाकर एक हेक्टेयर में छिड़काव कर सकते हैं.
English Summary: chinese okra sow these 4 varieties of toria get bumper yield in less time Published on: 10 September 2024, 03:55 PM IST

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