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भारत से चीन को 100 टन गैर-बासमती चावल (5 प्रतिशत टूटे हुए सफेद चावल) की पहली खेप भेजने की तैयारी पूरी हो चुकी है और यह खेप नागपुर से चीन भेजी जाएगी। इस खेप को चीन राष्ट्रीय अनाज, तेल एवं खाद्य पदार्थ निगम (सीओएफसीओ) प्राप्त करेगा जो चीन की सरकारी खाद्य प्रसंस्करण होल्डिंग कंपनियों में से एक है। भारत सरकार के अथक प्रयासों के बाद भारत से चीन को गैर-बासमती चावल का निर्यात करने के लिए 19 चावल मिलों एवं प्रसंस्करण इकाइयों का पंजीकरण किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की क्विंगडाओ, चीन यात्रा के दौरान भारत से चीन को चावल का निर्यात करने के लिए पादप स्वच्छता (फाइटो-सैनिटरी) आवश्यकताओं पर चीन के सीमा शुल्क सामान्य प्रशासन और भारत के कृषि, सहयोग एवं किसान कल्याण विभाग के बीच एक प्रोटोकॉल पर 9 जून, 2018 को हस्ताक्षर किए गए थे। इसके परिणामस्वरूप भारत से चीन को चावल का निर्यात करने के लिए पादप स्वच्छता आवश्यकताओं पर हस्ताक्षरित पूर्ववर्ती प्रोटोकॉल में संशोधन किया गया, ताकि भारत से चावल की गैर-बासमती किस्मों के निर्यात को इसमें शामिल किया जा सके।
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