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मांग बढ़ने से कॉटन की कीमतों में रहेगी तेजी, 50 हजार रुपये के स्तर को छू सकता है भाव

कॉटन का भाव जल्द ही ऊपरी स्तर को छू सकता है. इसका भाव रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रहा है. जानकारों का कहना है कि इसक उत्पादन में कमी और मांग में भारी बढ़ोतरी की वजह से कीमतों में तेजी आ सकती है...

कंचन मौर्य
cotton price will increase
Cotton Price will Increase

कॉटन का भाव जल्द ही 50 हजार रुपये के ऊपरी स्तर को छू सकता है. गौरतलब है कि कि मौजूदा समय में कॉटन का भाव रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रहा है. वहीं जानकार भी उत्पादन में कमी और मांग में भारी बढ़ोतरी की वजह से कॉटन की कीमतों में और तेजी की संभावना जता रहे हैं. ओरिगो ई-मंडी (Origo e-Mandi) के असिस्टेंट जनरल मैनेजर (कमोडिटी रिसर्च) तरुण सत्संगी के मुताबिक घरेलू वायदा बाजार यानी मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर कॉटन का भाव जल्द ही 50 हजार रुपये के ऊपरी स्तर को छू सकता है. 

उनका कहना है कि एमसीएक्स पर कॉटन का भाव जब तक ट्रेंड रिवर्सल प्वाइंट यानी टीआरपी- 42,320 रुपये के ऊपर कारोबार कर रहा है तब तक कीमतों में तेजी का रुझान बना रहेगा.

विदेशी बाजार में साढ़े दस साल की ऊंचाई के पार पहुंच सकता है भाव

तरुण सत्संगी का कहना है कि सोमवार को पुरानी फसल -आईसीई कॉटन जुलाई वायदा के भाव को 130.25 पर सपोर्ट मिलने के बाद तेजी का रुझान बन गया है. बता दें कि कपड़ा और Speculative खरीद की वजह से पुराने फसल के कारोबार में तेजी बनी हुई है. कॉटन का भाव एक बार फिर साढ़े दस साल की ऊंचाई 141.80 सेंट प्रति पाउंड को छूने के बाद उसके पार भी पहुंच सकता है. आने वाले दिनों में कॉटन का भाव 158-173 के ऊपरी स्तर तक पहुंच सकता है. बता दें कि 28 मार्च 2022 को भाव ने साढ़े दस साल की ऊंचाई 141.80 सेंट प्रति पाउंड के स्तर को छू लिया था.

सूखे की वजह से अमेरिका में फसल पर खतरा

दूसरी ओर नई फसल आईसीई कॉटन दिसंबर वायदा ने भी रिकॉर्ड ऊंचाई 120.29 सेंट प्रति पाउंड के स्तर को छू लिया है. उनका कहना है कि गंभीर शुष्क परिस्थितियों की वजह से अमेरिका में टेक्सास में नई फसल के ऊपर बड़ा खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में कॉटन की कीमतों में आने वाले दिनों में तेजी बढ़ सकती है.

देश में कपास की फसल में भारी गिरावट

कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) ने मार्च की रिपोर्ट में 2021-22 सीजन के लिए कपास की फसल के अनुमान में संशोधित करते हुए कटौती कर दी है. सीएआई ने कपास की फसल के अनुमान को 8 लाख गांठ घटाकर 335.13 लाख गांठ (1 गांठ = 170 किलोग्राम) कर दिया है. सीएआई ने इसके पहले 343.13 लाख गांठ का अनुमान जारी किया था. 2021-22 में देश में 353 लाख गांठ कपास की फसल हुई थी.

अमेरिका में बुवाई के आंकड़े

यूएसडीए-एनएएसएस (नेशनल एग्रीकल्चरल स्टैटिस्टिक्स सर्विस) के मुताबिक 10 अप्रैल 2022 तक फसल वर्ष 2022-23 के लिए कपास की बुआई 7 फीसदी हो चुकी है, पिछले हफ्ते 4 फीसदी बुआई हुई थी. पिछले साल समान अवधि में 8 फीसदी बुआई पूरी हो चुकी थी. 

ये खबर भी पढ़ें: मंडी में नरमा कपास के भाव में आया उछाल, कीमत जानने के लिए पढ़ें पूरी ख़बर

अमेरिका में पिछले साल की तुलना में 2022-23 में कुल कपास का रकबा 9 फीसदी बढ़कर 12.2 मिलियन एकड़ रहने का अनुमान है. वहीं 2021 की तुलना में अपलैंड एरिया 9 फीसदी बढ़कर 12.1 मिलियन एकड़ और अमेरिकी पीमा एरिया 39 फीसदी बढ़कर 1,76,000 एकड़ रहने का अनुमान है.

Regards,

Dhirendra Kumar

Manager- Media Relations

Origo Commodities India Private Limited

Plot No. 37, 1st Floor, Sector – 18,

Institutional Area, Gurugram – 122002

Mobile: 9899689856

English Summary: Due to the increase in the demand of cotton, the price may touch the level of 50 thousand rupees Published on: 22 April 2022, 12:47 PM IST

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