आज के समय में कृषि रोजगार का सबसे अच्छा और सशक्त माध्यम बनता जा रहा है. शायद इसी कारण से ज्यादातर लोग कृषि क्षेत्र की ओर बढ़ते जा रहे हैं. ये ही नहीं किसान भाई भी खेत से अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल करते रहते हैं.
इसी क्रम में झारखंड के एक किसान भाई ने फूलों की खेती (Flower farming) से एफपीओ के अध्यक्ष बनने तक का सफर तय किया है. बता दें कि यह किसान झारखंड के चान्हो प्रखंड का रहने वाला है. इसका नाम विकास प्रसाद है. यह अपने गांव में अच्छी खेती करने के लिए जाने जाते हैं. यह खुद तो अच्छी खेती करते ही हैं और साथ ही अपने गांव के अन्य किसानों को भी खेती के नई तकनीक और उन्नत फसलों (New technology and improved crops) के बारे में जानकारी देते रहते हैं.
पढ़ाई के बाद शुरू की खेती (started farming after studies)
किसान विकास ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद साल 2017 से खेती करना शुरू कर दिया था. उन्होंने अपने खेत में पारपंरिक खेती (traditional farming) को छोड़कर नई तकनीक की खेती को चुना. इसके लिए उन्होंने अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र रांची से संपर्क कर गेंदा फूल की खेती शुरू की. इस खेती से उन्हें काफी फायदा पहुंचा. इसके बाद से विकास ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा. वह हमेशा अपने खेत में नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल करते रहते हैं और बाद में अन्य किसानों को भी उसे इस्तेमाल करनी की सलाह भी देते हैं.
जई घास की खेती (Oat grass farming)
इस बार किसान विकास ने अपने खेत में लगभग 10 एकड़ में जई घास की खेती की थी. इस घास का ऑर्डर उन्हें कोलकाता की एक कंपनी ने दिया था. इस कंपनी ने घास को दुबई में एक्सपोर्ट किया गया था. इसके अलावा उन्होंने अपने खेत में फूलगोभी, टमाटर, खीरा और स्वीट कॉर्न की भी खेती की है और साथ ही वह अब अपने खेत में धान के साथ हाइब्रिड धान की भी खेती करते हैं.
योजनाओं का मिला लाभ (benefits of schemes)
किसान विकास के मुताबिक, उन्होंने अपनी खेती में कई सरकारी योजनाओं का भी लाभ प्राप्त हुआ है. वह बताते हैं कि उन्होंने सरकार की योजनाओं के अनुसार शेडनेट और पैक हाउस की सुविधा मिली है.
वर्तमान समय में वह अपने 10 एकड़ जमीन में फूल और सब्जियों की खेती (Flower and vegetable cultivation) करते हैं. जिससे वह हजारों रुपए की कमाई आराम से कर रहे हैं. वह अब नौकरी से भी कई गुना पैसा खेत से कमा रहे हैं.
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