ब्रोकली सब्जी सभी सब्जियों में सबसे महंगी सब्जी मानी जाती है. ब्रोकोली एक विदेशी सब्ज़ी है, जो नुट्रिशन (Nutrition) का सबसे अच्छा श्रोत है. ब्रोकली गोभी की किस्मों में आती है, लेकिन यह गोभी सब्जी के मुकाबले कहीं अधिक स्वस्थ्य के लिए लाभदायक होती है.
ब्रोकली (Broccoli) कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर होती है. जैसे आयरन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, क्रोमियम, विटामिन-A और विटामिन-C आदि. इसके साथ ही इसमें फ़ाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो हमारे शरीर को मजबूत बनाने और रोगों से बचाने के लिए काफी लाभकारी है.
ब्रोकली में मौजूद इन सभी पोषक तत्व की वजह से यह बाज़ार में अधिम कीमत पर बिकती है. इसलिए अगर आप ब्रोकली की खेती करते हैं, तो अपने खेत से लाखों रूपए महीने कमा सकते हैं. एक ऐसा ही उदहारण मध्य प्रदेश के सिंगरौली के सफल किसान (Successful Farmer) का बताते हैं, जिन्होंने ब्रोकली की खेती से चंद महीने में अच्छा मुनाफा पाया है. तो चलिए सिंगरौली के किसान की कहानी के बारे में जानते हैं.
दरअसल, सिंगरौली जिले ओरगई तियरा ग्राम पंचायत निवासी के मोतीलाल किसान (Motilal Kisan) हैं, जिन्होंने अपने खेत में ब्रोकली की सफल खेती (Successful Cultivation Of Broccoli) कर अच्छा खासा मुनाफ भी कमाया भी है. इसके अलावा मोतीलाल आज के समय में सभी जनपद के किसानों के लिए एक सफल किसान (Successful Farmer) के रूप में उधारण भी बन रहे हैं.
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किसान मोती लाल के कहना है कि उन्होंने ब्रोकली की खेती पॉलीहाउस तकनीक (Polyhouse Technology) अपनाकर की है. मोतीलाल किसान का कहना है कि उन्होंने ब्रोकली की खेती के लिए लिए कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों से परामर्श लिया है. उसके बाद उन्होंने वैज्ञानिकों द्वारा बताये गये परामर्श से ब्रोकली की खेती की.
कितना खर्च आया (How Much Did It Cost)
मोती लाल किसान भाई का कहना है कि ब्रोकली की खेती में उनका मात्र 40 हजार रूपए खर्चा लगा था. जिससे उन्होंने चाँद महीनों में उन्होंने ब्रोकली की खेती से करीब डेढ़ लाख रुपए कमाए.
प्रयोग सफलता की कहानी में मोतीलाल का नाम हुआ दर्ज (Motilal's Name Entered In The Success Story Of The Experiment)
किसान मोतीलाल के इस सफल प्रयोग से ना केवल पूरे जनपद में उन्होंने मिसाल कायम की, बल्कि उनके इस सफल काम की कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञनिकों ने भी उनकी सराहना की. इसके अलावा देश के प्रधानमंत्री ने भी सराहना की है. पीएमओ पोर्टल पर मोतीलाल किसान का नाम भी दर्ज किया गया.
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