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Umang Shreedhar: चरखे को डिजिटल तरीके से किया पेश, सोयाबीन वेस्ट से तैयार किया ईको फ्रेंडली फ़ैब्रिक

आज हम बात करने वाले हैं उमंग श्रीधर की, जिन्होंने अपने जज़्बे से न केवल महिला उद्यमियों को प्रेरित किया है बल्कि अपनी लगन और मेहनत से देश के टॉप-50 सोशल Entrepreneurs की लिस्ट में भी शुमार हैं. Umang Shreedhar भोपाल की रहने वाली हैं जो खादी और हैंडलूम फ़ैब्रिक तैयार कर इसका व्यापार करती हैं. एक सफल बिजनेस खड़ा करने के साथ उन्होंने देश के कई राज्यों (मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल) से आए बुनकरों को भी रोजगार उपलब्ध करवाया है.

सुधा पाल

आज हम बात करने वाले हैं उमंग श्रीधर की, जिन्होंने अपने जज़्बे से न केवल महिला उद्यमियों को प्रेरित किया है बल्कि अपनी लगन और मेहनत से देश के टॉप-50 सोशल Entrepreneurs की लिस्ट में भी शुमार हैं. Umang Shreedhar भोपाल की रहने वाली हैं जो खादी और हैंडलूम फ़ैब्रिक तैयार कर इसका व्यापार करती हैं. एक सफल बिजनेस खड़ा करने के साथ उन्होंने देश के कई राज्यों (मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल) से आए बुनकरों को भी रोजगार उपलब्ध करवाया है.

खादीजी ब्रांड की फाउंडर हैं उमंग

आपको बता दें कि उमंग खादीजी ब्रांड (Umang Shreedhar KhadiJi) की फाउंडर हैं. दरअसल उमंग ने चरखे को एक नया रूप देने की सोच रखी और जल्द ही उसे डिजिटल फॉर्म में बदलने की ठानी. बस, फिर क्या था, तरकीब काम कर गयी और उनका बिजनेस चल पड़ा.

बांस और सोयाबीन वेस्ट से तैयार किया जाता है eco-friendly fabric 

उनकी परवरिश राज्य के दमोह जिले के एक छोटे से गांव किशनगंज में हुई. अपनी मां से मिली प्रेरणा के बाद ही उन्होंने अपने बिजनेस के बारे में सोचा. उमंग अपने ब्रांड के लिए फ़ैब्रिक तैयार करने में ऑर्गेनिक कॉटन (ORGANIC COTTON) का इस्तेमाल करती हैं. इसके साथ ही बांस और सोयाबीन (SOYABEAN) से निकले वेस्ट को भी ईको-फ्रेंडली फ़ैब्रिकबनाने में बखूबी इस्तेमाल करती हैं.

KhadiJi Bhopal का सालाना टर्नओवर लगभग 60 लाख

रिपोर्ट्स की मानें तो उमंग की कंपनी खादीजी भोपाल का सालाना टर्नओवर लगभग 60 लाख है. वहीं उन्होंने अपने सपने को साकार करने की शुरुआत केवल 30 हजार रुपये से की थी. तरक्की की सीढ़ियां चढ़ने के बाद उमंग उस मुकाम पर आज हैं कि उनकी क्लाइंट लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RELIANCE INDUSTRIES) और आदित्य बिरला ग्रुप (ADITYA BIRLA GROUPS) भी शामिल हैं. 

Forbes की अंडर-30 अचीवर्स की लिस्ट में शामिल

जानी- मानी बिजनेस मैगज़ीन 'Forbes' की अंडर-30 अचीवर्स लिस्ट में भी इन्होंने अपनी छाप छोड़ी है. इतना ही नहीं, देश के टॉप-50 Social  Entrepreneurs की लिस्ट में भी इन्होंने अपना नाम अपनी काबिलियत के बल पर दर्ज करा रखा है.

लॉकडाउन में बनाए खादी के मास्क

उनका कहना है कि कोविड -19 की वजह से लॉकडाउन के दौरान उन्होंने खादी के मास्क भी तैयार किए. इसमें भोपाल और नज़दीकी क्षेत्र की महिलाओं को भी रोजगार दिया. इससे पहले भी उमंग ने अपने गांव में सोलर चरखे से खादी बनाने का काम शुरू कर 200 महिलाओं को रोजगार दिया.

ये खबर भी पढ़ें: मक्का की फसल पर आर्मी वर्म कीट का हमला, जानिए रोकथाम का तरीका

English Summary: umang shreedhar preparing eco friendly fabric from bamboo and soyabean waste Published on: 13 June 2020, 04:03 PM IST

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