आज कल हर कोई अपना खुद का बिजनेस खड़ा करना चाहता है, जिससे उसे अधिक से अधिक मुनाफ़ा हो. कई बार लोगों को बिजनेस में भारी नुकसान भी उठाना पड़ता है. इसकी वजह बिजनेस की सही समझ न होना है.
अगर आप भी अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो दाल मिल बैठा कर दाल का व्यापार शुरू कर सकते हैं. सभी जानते हैं कि भारतीय भोजन में दाल को बहुत महत्व दिया जाता है. इस बिजनेस को बिना किसी बड़े निवेश के आसानी से शुरू कर सकते हैं. इससे आपको प्रति महीने बेहतर मुनाफ़ा मिलेगा.
क्या है दाल मिल बिजनेस (What is pulses mill business)
यह एक ऐसा बिजनेस है, जिसमें कई तरह की दालों को मशीनों की सहायता से तैयार कर बेचा जाता है. इसके लिए दाल मिल खोलने की आवश्कयता पड़ती है. इसमें एक विशेष तरह की मशीनरी लगाई जाती है. इसकी मदद से तुअर दाल, मूंग दाल, मसूर दाल, उरद दाल, चने की दाल आदि तैयार कर सकते हैं.
दाल मिल बिजनेस के लिए रॉ मटेरियल (Dal Mill Raw Material)
इस बिजनेस में आप जिस दाल का व्यापार करना चाहते हैं, उसकी फसल ही रॉ मटेरियल का काम करेगी.
दाल मिल के लिए स्थान (Dal Making Machine Required Place)
दाल मिल की मशीन काफी बड़े आकार की होती है, इसलिए कम से कम 25 से 30 स्क्वायर फिट के आकार वाले स्थान का चुनाव करें.
दाल मिल बिजनेस में निवेश (Dal Mill Business Cost)
आप दाल मिल के लिए स्थान किराए पर ले सकते हैं. अगर स्थान आपका निजी है और आप 3 एचपी की मशीन से बिजनेस शुरु करते हैं, तो इसमें लगभग 4 लाख रुपए तक का निवेश करना पड़ेगा. इसके अलावा अगर 6 एचपी की मशीन लगाते हैं, तो यह निवेश दोगुना यानी 8 लाख रुपए हो जाएगा. बता दें कि इसकी मशीन की कीमत एचपी के अनुसार बदलती रहती है. इसकी मशीन को चलाना काफी आसान होता है.
दाल मिल में दाल बनाने की प्रक्रिया (Dal Making Process)
उदाहरण के लिए हम आपको मशीन से चने की दाल बनाने की प्रकिया बता रहे हैं. बता दें कि दाल बनाने पर प्रति घंटे 100 किलो फसल से 25 किलो तक की दाल निकलती है.
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सबसे पहले चने को भिगो कर रखना पड़ता है.
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मशीन का ऊपरी हिस्सा इस तरह बना होता है, जहां भिगे हुए चने को आसानी से डाला जा सकता है.
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इसके दूसरे हिस्से से दाल निकलती है.
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इससे पूरे एक दिन तक सूखाया जाता है.
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इसके बाद एक बार और इसे मशीन में डाल कर निकाला जाता है, ताकि दाल अच्छी तरह तैयार हो जाए.
दाल की पैकेजिंग (Dal Packing)
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बाजार में दाल पैक करने वाली बोरी उपलब्ध होती हैं, जिसको खरीद कर डाल की पैकेजिंग की जा सकती है. .
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अपने प्रोडक्ट की पैकेजिंग के लिए विशेष कंसन्ट्रेट का उपयोग करना चाहिए.
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पैकेट में अपने ब्रांड का ट्रेडमार्क लगाना चाहिए, ताकि दाल की मार्केटिंग भी आसानी से हो जाए.
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आप ब्रांड का प्रचार भी करा सकते हैं.
दाल मिल बिजनेस की मार्केटिंग (Dal Mill Marketing)
आप दाल को होलसेल मार्केट में आसानी से बेच सकते हैं. इसके अलावा शहरों और गांव के किराना स्टोर पर दाल बेच सकते हैं.
दाल मिल के व्यापार के लिए लाइसेंस (Dal Mill Business License)
सबसे पहले दाल मिल बैठाने के लिए अपने फर्म को पंजीकृत कराना होगा. इसके लिए फर्म का उद्योग आधार और एमएसएमई से लाइसेंस लेने के लिए अप्लाई कर सकते है. अगर आप अपने प्रोडक्ट की ब्रांडिंग खुद करना चाहते हैं, तो खाद्य मंत्रालय से लाइसेंस की अनुमति लेनी पड़ती है. इसके लिए पैन कार्ड, करंट अकाउंट बनवाना बहुत जरुरी होता है.
दाल मिल बिजनेस से लाभ (Dal Mill Business Profit)
अगर 3 एचपी की मशीन लगाई है, तो प्रति घंटे 100 किलो दाल बनाई जा सकती है. यानी 1 किलो दाल पर आमतौर पर 2 रुपए का लाभ मिलता है. अगर आप इस मशीन को लगभग 8 घंटे चलाते हैं, तो 800 किलो दाल बनाकर आप 1600 रुपए कमा सकते हैं. इसी तरह अगर आप 6 एचपी की मशीन का उपयोग करते हैं, तो प्रति घंटे 300 किलो दाल बनाकर 4,800 रुपए का मुनाफ़ा कमा सकते हैं. यह लाभ प्रति दिन का है. इस हिसाब से आपकी महीने की आमदनी काफी अच्छी हो सकती है.
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