भारतीय खाना तेल (Indian Cooking Oil) के बिना अधूरा है और लगभग सभी व्यंजनों (Dishes) में एक या दूसरे तरीके से तेल का उपयोग किया जाता है. हम खाना पकाने के लिए तेल का रोजाना उपयोग करते हैं. इसे खाने में जोड़ने का मुख्य लक्ष्य व्यंजनों में स्वाद लाना होता है. इसके अलावा खाना बनाने वाले तेलों के विभिन्न स्वास्थ्य लाभ भी हैं और ये कई बीमारियों को होने से बचाते भी हैं.
हम भारतीयों ने तेल की बात करते हुए बड़े पैमाने पर स्वाद में अंतर किया है. हर जगह के हिसाब से भारत के हर हिस्से की अलग प्राथमिकता है. उदाहरण के लिए दक्षिण भारत व भारत के पूर्व और उत्तर में नारियल तेल (Coconut oil) और सरसों के तेल (Mustard oil) का उपयोग किया जाता है. इसके अलावा राजस्थान और आंध्र प्रदेश जैसी जगहों पर तिल के तेल (Sesame oil) का उपयोग किया जाता है, गुजरात में मूंगफली के तेल (Peanut Oil) का उपयोग किया जाता है. तो ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख में शीर्ष 3 खाना पकाने के तेल और उनके स्वास्थ्य लाभों (Health benefits of Cooking Oil) के बारे में बताएंगे, जो आपको स्वाद के साथ -साथ अच्छा स्वास्थ्य और तंदरुस्ती भी प्रदान करते हैं.तो आइए जानते है इन तेलों के बारे में
सूरजमुखी का तेल (Sunflower oil)
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सूरजमुखी के तेल को सूरजमुखी के बीजों (Sunflower Seeds) से निकाला जाता है. ये मुख्य रूप से पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें विटामिन ई की प्रचुर मात्रा होती है. जोकि हृदय सम्बंधित समस्या (Heart Problem) से ग्रसित लोगों के लिए आदर्श तेल माना जाता है.
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इसके अलावा सौंदर्य प्रसाधन उद्योग (Cosmetic Industry) में सूरजमुखी तेल की बड़ी मांग है.
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इस तेल में पाए जाने वाले वसा (Fats) आपके शरीर के कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) के स्तर को कम करने में बहुत उपयोगी हैं. यह मुक्त कणों से लड़ता है और आपकी प्रतिरक्षा (Immune Development) का निर्माण करता है.
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यह कैंसर के रोगियों (Cancer Patients) के लिए फायदेमंद है और आपके शरीर की मरम्मत में मदद करता है. यह कोलोन कैंसर (Cancer) को विकसित होने से भी रोकता है.
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मधुमेह (Diabetes) की समस्या से ग्रसित लोगों को सूरजमुखी के तेल के सेवन पर नियंत्रण रखना चाहिए क्योंकि यह आपके शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है.
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सरसों का तेल (Mustard oil)
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सरसों का तेल ज्यादातर पूर्वी और उत्तर भारत के रसोई घरों में पाया जाता है. यह तेल शास्त्रीय खाना (Classical Cooking Oil) पकाने के तेल के लिए एक बहुत अच्छा विकल्प है.
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सरसों के तेल में वसा का आदर्श स्तर होता है और यह आपके पेट के स्वास्थ्य (Stomach Health) और आपके शरीर के संचार तंत्र के लिए बहुत अच्छा माना जाता है.
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इसके जीवाणुरोधी गुणों के कारण, सरसों के तेल का उपयोग सामान्य सर्दी, त्वचा और बालों के उपचार और मौखिक स्वास्थ्य के लिए ज्यादा किया जाता है.
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यह तेल सरसों के बीज (Mustard seeds) से प्राप्त होता है और इसमें MUFA का एक अच्छा स्रोत है. MUFA आपके दिल को मजबूत रखने में मदद करता है और आपके बालों को भूरा होने और गिरने से रोकता है.
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इसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड की उपस्थिति के कारण, सरसों का तेल गठिया (Arthritis) के कारण होने वाली सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है.
नारियल का तेल (Coconut oil)
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दक्षिण भारतीय व्यंजनों के शौकीन, इस तेल के बारे में निश्चित रूप से जानते होंगे. नारियल के तेल में उच्च मात्रा में संतृप्त वसा (Saturated Fats) होती है जो आपके शरीर में एचडीएल कोलेस्ट्रॉल (HDL Cholesterol) को बढ़ाता है. नारियल तेल में मौजूद मध्यम श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स (MCT) शरीर के शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
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यह एंटीऑक्सीडेंट में उच्च होने के कारण आपके तनाव (Stress) के स्तर को कम करता है और आपके बालों को काला,घना और आपकी त्वचा को चमकदार बनाए रखने में मदद करता है.
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नारियल तेल का सेवन आपके लिवर (Liver Health) को स्वस्थ रखता है और अस्थमा के रोगियों (Asthama Patients) की भी मदद करता है.
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