भारत संस्कृति और सभ्यताओं का देश है. भारत की पहचान मूल रुप से तीज-त्योहार, रहन- सहन, वेश-भूषा और खान-पान से है. भारत के हर क्षेत्र की पहचान भौगोलिक, साहित्यिक, ऐतिहासिक धार्मिक व अलग- अलग व्यंजनों से है. उसी में एक है मध्य प्रदेश का रतलामी सेव. इसकी पहचान वैश्विक स्तर पर है. लोग यहां के सेव को काफी ज्यादा पसंद करते हैं. रतलामी सेव का स्वाद चखने के बाद हर कोई दिवाना हो जाता है. रतलामी सेव को जीआई टैग भी मिल चुका है. साथ ही साथ इसकी डिमांड विदेशों में भी काफी ज्यादा है.
रतलामी सेव की शुरुआत मध्य प्रदेश के भील जातियों के द्वारा हुई. इसी वजह से इसे भीलड़ी सेव भी कहा जाता है. ऐसे में आइये विस्तार से जानते हैं रतलामी सेव के बारे में...
रतलामी सेव स्वाद के लिए मशहूर
रतलामी सेव एक प्रकार का नमकीन स्नैक है जो मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में बनाया जाता है. यह बेसन, लौंग, काली मिर्च, और अन्य मसालों से बनाया जाता है. रतलामी सेव अपने मसालेदार स्वाद और कुरकुरेपन के लिए जाना जाता है.
रतलामी सेव की खासियत
रतलामी सेव एक स्वादिष्ट और पौष्टिक स्नैक है. यह भारत के कई हिस्सों में लोकप्रिय है. साथ ही साथ इसका डिमांड विदेशों में भी काफी है.
स्वाद- रतलामी सेव का स्वाद मसालेदार होता है. इसमें लौंग और काली मिर्च का स्वाद होता है.
कुरकुरापन- रतलामी सेव बहुत कुरकुरे होते हैं. इन्हें लंबे समय तक कुरकुरा बनाए रखने के लिए इसे एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर किया जा सकता है.
पोषक तत्व- रतलामी सेव प्रोटीन, फाइबर, और आयरन का अच्छा स्रोत है.
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रतलामी सेव को 2017 सें मिला GI टैग
दुनिया भर में रतलामी सेव की बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखते हुए साल 2017 में इसे जीआई टैग भी दिया गया. जीआई टैग एक खास तरह का लेबल होता है, जो किसी विशेष क्षेत्र के व्यंजन या उत्पाद को भौगोलिक पहचान के रूप में दी जाती है. रतलामी सेव मालवा में रहने वाले लोगों के खानपान का एक अहम हिस्सा है.
रतलामी सेव की कई वैरायटी
भील जाति के द्वारा बनाए जाने की वजह से इसे भीलड़ी सेव भी कहा जाता था. समय के साथ रतलाम के लोगों ने सेव के साथ कई सारे प्रयोग किए और फिर कई तरह के मसालों के साथ इसे बनाना शुरू किया. धीरे- धीरे रतलामी सेव का स्वाद पूरे मध्यप्रदेश और फिर देश-विदेश में फैल गया. इसकी बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इसे कई फ्लेवर में बनाना शुरू किया गया. मौजूदा समय में मार्केट में रतलामी सेव की कई सारी वैरायटी तैयार की जाती हैं, जिसमें लौंग, हींग, लहसुन, काली मिर्च, पाइनएप्पल, टमाटर, पालक, पुदीना, पोहा, मैगी से लेकर चॉकलेट फ्लेवर तक शामिल हैं.
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