गुजरात के राजकोट के गोंडल में स्थित गिर गौ जतन संस्थान चला रहे रमेश रूपारेलिया द्वारा 2 लाख रुपये किलो घी बेचा जा रहा है. आपको जानकर ये हैरानी होगी कि आखिर इस घी में क्या खास है, जिसकी देश ही नहीं विदेशों में भी खूब मांग है. दरअसल, यह बिना मिलावट से बना शुद्ध घी है, यह दूसरों घी से बिल्कुल अलग है. इस घी की कीमत 3500 से शुरू होकर 2 लाख रुपये प्रति किलो तक है. ये घी इसलिए भी स्पेशल है, क्योंकि इसे विभिन्न जड़ी-बूटियों को मिलाकर तैयार किया जाता है. आपको बताते चलें कि उनके गौशाला में 200 गायें हैं जिनका वह दूध न बेचकर केवल घी बनाते हैं.
इस घी को बनाने में जो औषधियां मिलाई जाती हैं. इसकी कीमत 6 लाख रुपये प्रति किलो है. इस जड़ी-बूटी के मिलाने से घी की कीमत अपने आप बढ़ जाती है. इसमें एक किलो घी तैयार करने के लिए 31 लीटर दूध की आवश्यकता होती है.
इतने परिवारों को मिलता है रोजगार
इस खास घी को बनाने से लेकर उसकी पैकजिंग करने और डिलीवरी करने तक में 140 परिवारों को रोजगार मिलता है. इस घी को बनाने में हल्दी, केसर, दारू हल्दी, छोटी पीपल समेत कई औषधियों का इस्तेमाल किया जाता है.
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इस घी की खासियत
इस घी के इस्तेमाल से सिरदर्द, त्वचा रोग और खांसी दूर हो जाती है. यह घी चेहरे की स्कीन को चमकदार और खूबसूरत बनाता है. यह चेहरे की झाई, डार्क सर्कल, मुंहासों को दूर करने में मदद करता है. आप रात में सोने से पहले इस घी को चेहरे पर लगाएं और धीरे-धीरे मालिश करें, जिससे चेहरे पर एक अलग ही चमक आ जाएगी. जानकारी के लिए आपको बता दे कि इस घी को खाने में इस्तेमाल नहीं किया जाता है.
3 से 4 करोड़ का है सलाना टर्नओनर
इस घी की खास गुणवत्ता के कारण रमेश रूपारेलिया के उत्पादों की मांग अमेरिका, कनाडा, सऊदी अरब जैसे देशों में है. वे अपने प्रोडक्ट बेचकर हर महीने 40 लाख रुपये का बिजनेस कर लेते हैं. वहीं रमेशभाई का सालाना टर्नओवर 3 से 4 करोड़ रुपये है.
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