आज के इस समय में समाज में Inter caste Marriage यानी दूसरी जाति में शादी बहुत ही अधिक की जा रही है. आजकल के युवा भी अपनी से अलग जाती के लड़की या लड़के से शादी करने को बहुत ही ज्यादा अहमियत दे रहे हैं. चाहे आप हिंदू परिवार से हो या फिर मुस्लिम परिवार से हो. अब आप सोच रहें होंगे कि ये इंटर कास्ट मैरिज क्या है (what is inter caste marriage). अगर आप अपनी जाती से बाहर शादी करते हैं तो इसे अंतर्जातीय विवाह कहां जाता है. सीधा भाषा में कहा जाए तो दो अलग जाती के लोग एक-दूसरे से शादी करते हैं, तो उसे ही इंटरकास्ट मैरीज कहते हैं. तो आइए आज हम अपने इस लेख में इंटर कास्ट मैरिज के बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं...
सरकार से मिलती है मदद (Gets help from the government)
भारत सरकार समाज में इंटर कास्ट मैरिज को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक रूप से मदद भी करती है. इसके लिए सरकार ने एक एक्ट भी बनाया है, जिसका नाम स्पेशल मैरिज एक्ट है. इस नियम के मुताबिक दो अलग जाती के लोगों को शादी करनी की पूरी स्वतंत्रता प्राप्त होती है. इसके लिए विभिन्न राज्य की सरकार भी मदद करती है. जैसे कि राजस्थान सरकार (Government of Rajasthan) ने हाल ही में फैसला लिया है कि अब राज्य में इंटर कास्ट मैरिज करने वाले युवाओं को 10 लाख रुपए दिए जाएंगे. बता दें कि यह सरकार इससे पहले भी शादी करने पर मदद कर रही थी. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार की तरफ से यह फैसला समाज में भेद-भाव को कम करने के लिया जाता है और साथ ही लड़का-लड़की की इच्छा को समाज में सम्मान दिलाने के लिए भी लिया गया है. इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए आप Inter caste Marriage के इस लेख को पूरा पढ़ें.
डॉ. सविता बेन अम्बेडकर योजना के अंतर्गत अन्तर्जातीय विवाह पर प्रोत्साहन राशि अब 10 लाख रुपए मिलेगी। मुख्यमंत्री श्री @ashokgehlot51 ने राशि बढ़ाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है। अभी तक यह राशि 5 लाख रुपए मिलती रही है। pic.twitter.com/RVtH534F0s
— CMO Rajasthan (@RajCMO) March 23, 2023
अगर आप सरकार के द्वारा जारी किए गए विवाह से संबंधित अधिनियम को नहीं जानते हैं, तो घबराएं नहीं आप बस इस लिंक पर क्लिक कर legislative.gov.in शादी से जुड़े सभी कानूनी अधिनियमों को पढ़ सकते हैं.
Inter caste Marriage सही या गलत?
देखा जाए तो भारत में सबसे अधिक अपनी जाति में ही विवाह करवाने की परंपरा चली आ रही है. लेकिन कुछ लोग इस परंपरा को अभी धीरे-धीरे पीछे छोड़ते जा रहे हैं. कुछ हद तक यह सही भी है क्योंकि जब लड़की और लड़का दोनों ही एक दूसरे की मर्जी से शादी करने का फैसला लेते हैं, तो इसमें जाति को नहीं देखा जाता है. सरकार के द्वारा भी उनकी बातों को ही सबसे अधिक अहमियत दी जाती है और कानून भी इन्हीं की बातों को सुनता है.
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भविष्य में भी अब लोग Inter caste Marriage को ही अपने जीवन में अपनाने वाले हैं. क्योंकि जिस तरह से यह समाज में अपनी पहचान बना रहा है. इससे तो ऐसा ही लगता है कि आने वाले समय में लोग अपनी जाती से बाहर ही शादी करना पसंद करेंगे.
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