बाजरा मोटे अनाज की श्रेणी में आता है, यह दिखने में छोटे-छोटे दाने की तरह होता है. बाजरा भारत समेत कई एशियाई और अफ़्रीकी देशों में उगाया जाता है. सालों से बाजरा मनुष्य और जानवरों के आहार का अभिन्न हिस्सा बना हुआ है. बाजरे से महेरी, खिचड़ी, भात, अप्पे जैसी तमाम चीजें बनायी जाती हैं. आज हम आपको ऐसी ही एक रेसिपी के बारे में बताएंगे.
बाजरे की टिक्की
बाजरे की टिक्की खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है. यह सर्दियों के दिनों में ही बनाई जाती है. आइये आज हम बाजरे की टिक्की बनाते हैं. इसको बनाने में प्रयोग होने वाली सामग्री बाजरे का आटा, गुड़ और तिल सभी चीजें शरीर को गरम रखती हैं.
बाजरे की सामग्री
बाजरे की टिक्की बनाने के लिए आपको 500 ग्राम बाजरे का आटा, 150 गुड़, तिल 100 ग्राम और तेल की जरूरत होती है.
बाजरे की टिक्की बनाने की विधि
सबसे पहले एक बर्तन में गुड़ और एक कप पानी मिलाकर इसे पिघलने तक पका लें. गुड़ का सीरप जब तैयार हो जाए तो इसे अलग रख लें. अब एक बर्तन में बाजरे का आटा लें. आटे में तिल और 2 टेबल स्पून तेल मिला दें. अब गुड़ के घोल की मदद से परांठे के जैसा नरम आटा गूथ लें और उसके बाद आटे को 10 मिनिट के लिए ढककर रख दीजिए.
अब गूथे हुए आटो की गोल लोईयां बनाइए और फिर दोनों हथेलियों की सहायता से इसे दबाकर बढ़ा कर लें. कड़ाई में गर्म तेल में डाले और एक-एक करके सभी टिक्कियों को तेल में डाल दें. इन टिक्कियों को पलट-पलट कर धीमी आग पर अच्छे भूरे और कुरकुरी होने तक तल लें. अच्छी तरह से भूरी हो जाने के बाद सारी टिक्कियों को बाहर एक प्लेट में निकाल लें. अब आपकी बाजरे की टिक्की बनकर तैयार हो गई है. आप इसे 20 से 25 दिन तक इस्तेमाल कर सकते हैं. सुबह चाय के साथ खाने में इसका एक अलग ही स्वाद होता है.
सावधानियां
ध्यान दे कि गुड़ की मात्रा ज्यादा न रखें, इससे टिक्की का स्वाद ज्यादा कसैला हो जाता है. आटे को भी अच्छी तरह से मुलायम कर ले अन्यथा टिक्कियां थोड़े दिन में टूटने लगती हैं.
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बाजरे के फायदे
बाजरा मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व जैसे की मैग्नीशियम, पोटैशियम आदि हमारे हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में सहायक होता है. बाजरा शरीर के साथ-साथ हृदय को भी स्वस्थ बनाए रखता है.
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