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रंगीन फूलों का गढ़ हैं ये गांव व शहर, आप भी नहीं रोक पाएंगे अपने कदम

कहते हैं फूलों से सजी धरती को देख पाना अपने आप में ही एक काल्पनिक बात है, लेकिन ऐसा नहीं है. आज हम आपको ऐसे रंगीन फूलों के गांव व शहर का भ्रमण करवाएंगे, जिसके बारे में पता चलने के बाद आप खुद को रुक नहीं पाएंगे. तो आइये इस लेख में आपको फूलों के गांव की सैर कराते हैं.

रुक्मणी चौरसिया
Flower Valley
Flower Valley

कहते हैं फूलों से सजी धरती को देख पाना अपने आप में ही एक काल्पनिक बात है, लेकिन ऐसा नहीं है. जी हां, आज हम आपको ऐसे रंगीन फूलों के गांव व शहर का भ्रमण करवाएंगे, जिसके बारे में पता चलने के बाद आप खुद को रुक नहीं पाएंगे. तो आइये इस लेख में आपको फूलों के गांव की सैर कराते हैं.  

मुन्नार घाटी, केरल (Munnar Valley, Kerala)

मुन्नार घाटी नीलकुरिंजी के दुर्लभ फूल (Rare flowers of Neelakurinji) के लिए जानी जाती है, जो हर 12 साल में एक बार खिलता है. खिलने के मौसम में घाटी एक सुंदर लैवेंडर के बेड की तरह दिखाई देने लगती है. अच्छी खबर यह है कि यहां के किसान इस फूल तो उगा साल भर अच्छा खासा मुनाफा कमाते हैं.

जगह: इडुक्की जिला, केरल

यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अगस्त से अक्टूबर

कास पठार महाराष्ट्र (Kaas Plateau Maharashtra)

कास पठार, महाराष्ट्र के उन स्थानों में से एक है, जो विदेशों की घाटियों से मिलता जुलता है. इसका नाम कासा के फूल के नाम पर पड़ा है, जो यहां पाई जाने वाली सबसे आम प्रजाति है. इसके साथ ही यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल फूलों की 850 से अधिक किस्मों का घर है. जिनमें ऑर्किड, भारतीय अरारोट, दीपाडी फूल, उष्णकटिबंधीय सूंड, वाई-तुरा, टूथब्रश ऑर्किड (Orchid, Indian arrowroot, Deepadi flower, Tropical trunk, Wai-tura, Toothbrush orchid) और बहुत कुछ शामिल हैं.

जगह: सतारा जिला, महाराष्ट्र

यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: अगस्त के अंत से सितंबर तक

फूलों की घाटी, उत्तराखंड (Valley of Flowers, Uttarakhand)

उत्तराखंड में फूलों की घाटी में जाने के लिए आपको उत्तराखंड के गोबिंदघाट गांव से 17 किमी के ट्रेक से गुजरना होगा. यह घाटी नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व का हिस्सा है, जो यूनेस्को के वर्ल्ड नेटवर्क ऑफ बायोस्फीयर रिजर्व में से एक है. आपको यहां हिमालयी मेपल, ब्लू हिमालयन पोस्पी, ब्रह्मकमल, मैरीगोल्ड, रोडोडेंड्रोन, डेज़ी, प्राइमुलस, ऑर्किड और पीले, जैक्वेमोंट और वॉलिच किस्मों के कोबरा लिली (Himalayan Maple, Blue Himalayan Poppy, Brahmakamal, Marigold, Rhododendron, Daisy, Primulus, Orchids and Cobra Lilies of Yellow, Jacquemont and Wallich Varieties) जैसे फूलों सहित वनस्पतियों की एक विशाल विविधता मिल जाएगी. यहां के किसान भी इन फूलों की खेती कर तगड़ा मुनाफा कमाते हैं.

जगह: गोविंदघाट, उत्तराखंड

घूमने का सबसे अच्छा समय: जून से सितंबर

नागालैंड ज़ुकोऊ लिली (Nagaland Dzükou lilies)

नागालैंड प्रकृति की सुंदरता में आनंद लेने के लिए एक शानदार जगह है. दुर्लभ Dzükou लिली केवल इसी जगह पाएं जाते हैं. जबकि अन्य फूलों की किस्मों जैसे एकोनिटम्स, यूफोरबियास, रोडोडेंड्रोन (Aconitums, Euphorbias, Rhododendron) जैसे फूलों से भी इसकी सुंदरता बढ़ जाती है.

इस दुर्लभ फूल की खेती कर यहां के किसान एक ही सीजन में अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं, क्योंकि जो चीज़ जितनी दुर्लभ होती है, उसकी कीमत उतनी ही महंगी होती है.

जगह: नागालैंड - मणिपुर सीमा

घूमने का सबसे अच्छा समय: जून से सितंबर

युमथांग घाटी, सिक्किम (Yumthang Valley, Sikkim)

अब आप एक ऐसी घाटी की कल्पना करें, जो हिमालय के पहाड़ों से घिरी हो और ढेर सारे फूलों के झरनों से भरी हो. और ऐसी जगह वास्तविक रूप से भी मौजूद है. जी हां, सिक्किम में युमथांग घाटी में प्रचुर मात्रा में रोडोडेंड्रोन फूल (Rhododendron flower) के साथ, आप प्राइमरोज़, कोबरा लिली, सिनकॉफ़िल्स, आईरिस, पॉपपीज़, लूज़वॉर्ट्स (Primrose, Cobra Lily, Cinchophiles, Iris, Poppies, Looseworts) और अन्य सुंदर खिलते भी देख सकते हैं.

जगह: उत्तरी सिक्किम

यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: फरवरी के अंत से मध्य जून तक

टूलिप गार्डन, कश्मीर (Tulip Garden, Kashmir)

एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन में हरे-भरे ट्यूलिप के खेतों (Tulip Gardens) में घूमने का अवसर भला कोई कौन छोड़ सकता है.

यह विभिन्न फूलों की प्रजातियों जैसे जलकुंभी, नार्सिसस, डैफोडील्स, मस्कारिया और आईरिस (Hyacinth, Narcissus, Daffodils, Muscaria and Iris) के साथ शो-स्टीलर किस्म के ट्यूलिप के साथ भरा हुआ है. इस जगह की यात्रा निश्चित रूप से आपके दिन को उज्ज्वल और रंगीन बना देगी.

जगह: श्रीनगर, कश्मीर

यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मार्च से अप्रैल

English Summary: flower valley of India Published on: 05 January 2022, 02:17 PM IST

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