वर्तमान समय में गांव के साथ- साथ शहरों के लोगों का रुझान भी खेती-बाड़ी की तरफ बढ़ रहा है. ज्यादातर लोग शहरों में भी किचन गार्डन, टेरेस गार्डन (Terrace Garden) बना कर अपने शौक पूरे कर रहे हैं. तो ऐसे में आज हम आपको कम समय और कम जगह पर लगने वाले फलों के पेड़ों के बारे में बतायेंगे. जिन्हें आप आसानी से लगा कर खुद का जैविक फल प्राप्त कर सकते हैं. तो आइये अब देर न करते हुए इन फलों के पेड़ों के बारे में बताते हैं जो कम जगह पर जल्दी और अच्छी उपज देते हैं.
आड़ू के पेड़
आड़ू का पेड़ (Peach Tree) कम रखरखाव वाला पेड़ है जो अच्छे से देखभाल करने पर बहुत ही जल्दी स्वादिष्ट फल देता है. आपको बता दें कि यह पेड़ अच्छी तरह से जल निकासी, थोड़ा अम्लीय और बेहद उपजाऊ मिट्टी में आसानी से उग जाता है. यह एक छोटे बगीचे के लिए एकदम सही पेड़ माना जाता है जो पूरे दिन में पर्याप्त मात्रा में धूप प्राप्त करता है क्योंकि आड़ू के पेड़ को पूरी सीधी धूप पसंद होती है. इस पौधे की अधिकांश किस्में ठंडे तापमान और पाले को संभालने में अच्छी नहीं होती हैं, इसलिए, अगर आप ठंडे स्थान पर रहते हैं तो ऐसी किस्मों की तलाश करें जो शीत-प्रतिरोधी हों ताकि आपको अच्छी उपज मिल सके.
अंजीर के पेड़
यह पेड़ मध्य पूर्व के मूल निवासी हैं और इन्हें ज्यादातर गर्म मौसम पसंद होता है. अंजीर के पेड़ (Fig Tree) पूर्ण सूर्य में गर्म, आश्रय वाले स्थान पर आसानी से पनपते हैं. सक्रिय विकास अवधि के दौरान इन पेड़ों को अच्छी तरह से पानी पिलाया जाना चाहिए और उच्च नाइट्रोजन वाले उर्वरकों को खिलाया जाना चाहिए. ताकि ये स्वस्थ रहे और अच्छा उत्पादन दे सकें.
पपीता का पेड़
पपीता या कैरिका पपीता एक तेजी से बढ़ने वाला और अच्छा फल देने वाला पेड़ है जो लगाने के मात्र एक साल के भीतर ही फल देना शुरू कर देता है. पपीते के पेड़ (Papaya Tree) को दिन के अधिकांश समय के लिए गर्म और सीधी धूप की आवश्यकता पड़ती है. यह बहुत भारी फीडर भी है और सक्रिय विकास अवधि के दौरान इसे नियमित रूप से निषेचन यानि फर्टिलाइजेशन की आवश्यकता होती है.
नींबू का पेड़
नींबू एक व्यापक रूप से उगाया जाने वाला खट्टा फल है जिसका दुनिया भर के कई व्यंजनों में मजे से स्वाद चखा जाता है. नींबू की कई किस्में (Lemon Varieties) हैं जो तेजी से फल देती हैं. नींबू पूर्वोत्तर एशिया, उत्तरी म्यांमार और चीन के मूल निवासी छोटे सदाबहार पेड़ों की एक प्रजाति होती है.
केला का पेड़
केला एक उष्णकटिबंधीय फल है इसे ज्यादातर उष्णकटिबंधीय परिदृश्य में उगाया जाता है. केले की फसल को आधिकारिक तौर पर पेड़ों या झाड़ियों के रूप में नहीं बल्कि बड़े शाकाहारी पौधों के रूप में वर्गीकृत किया गया है. ये पौधा ठंड का सामना अच्छे से कर सकता है. ये पौधे बहुत अधिक धूप के साथ गर्म, नम वातावरण में भी आसानी से पनपते हैं.
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