बढ़ती गर्मी हर साल अपने साथ किसानों के लिए मुसीबत लेकर आती है. देश में जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, वैसे-वैसे फसलों में आग(Fire) लगने की घटना भी तेज हो जाती हैं. यही वजह है कि हर साल लाखों की फसल आगजनी का शिकार हो जाती हैं.
खासकर, हर साल गेहूं की फसल(Wheat crop) में आग लगने की घटना आम बात है. इसी कड़ी में अभी ताजा मामला उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से सामने आया है, जहां गेहूं की फसल में आग लगने से किसानों (Farmers) का लाखों का नुकसान हो गया है.
40 बीघे में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख(Wheat crop standing in 40 bighas burnt to ashes)
मामला उत्तर प्रदेश के चंदौली(Chandauli of Uttar Pradesh) के चकिया इलाके के सिकंदरपुर गांव (Sikanderpur Village) का है. जहां गेहूं की खड़ी फसल में अचानक से आग लग गई. इस आग में 40 बीघे में खड़ी गेहूं की फसल जलकर राख में तब्दील हो गई है. आग की घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग (Fire Department) मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक फसलों में आग इतना फैल चुका था कि वो बेकाबू हो गई थी और आग ने 40 बीघे में खड़ी गेहूं की फसल को जलाकर खाक कर दिया. घटना शुक्रवार दोपहर की बताई जा रही है.
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कैसे अचानक लग गई आग?( How did the fire suddenly start?)
गेहूं की खड़ी फसलों में आग कैसे लगी, इसके पीछे क्या कारण है अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है. हालांकि आशंका जताई जा रही है कि आग लगने की वजह खेतों के बीच से गुजर रहे हाईटेंशन के तारों में शॉर्ट सर्किट(short circuit) हो सकती है, लेकिन फिलहाल स्थानीय प्रशासन माले की गंभीरता से जांच कर रहा हैं.
किसानों को कितना मिलेगा मुआवजा!( How much compensation will farmers get!)
आपको बता दें कि जिन खेतों की फसलें बर्बाद हुई हैं, वो 15 किसानों ने खून पसीने एक करके लगाई थी. ऐसे में जिला प्रशासन ने राजस्व विभाग को किसानों के इस नुकसान का आकलन करने के लिए कहा है, ताकि सरकार द्वारा मिलने वाली अनुमन्य मुआवजा की राशि किसानों को मुहैया कराई जा सके.
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