सरकार ने किसानों को लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है. दरअसल, सरकार ने आज यानी की गुरुवार के दिन तुअर दाल की खरीद के लिए वेब पोर्टल का शुभारम्भ किया है. बता दें कि आज नई दिल्ली में दलहन की आत्मनिर्भरता पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित किया गया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "आत्मनिर्भर भारत" के दृष्टिकोण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने तूर उत्पादक किसानों के पंजीकरण, खरीद एवं भुगतान के लिए वेब पोर्टल का लोकार्पण किया. ताकि किसान अपनी दाल को ऑनलाइन बेचकर सीधे भुगतान की राशि सीधे अपने अकाउंट में प्राप्त कर सकते हैं.
इस पोर्टल का नाम Tur Dal Procurement Portal रखा गया है. सरकार की इस नई पहल से घरेलू दाल उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही आयात निर्भरता में भी कमी देखने को मिलेगी.
Tur Dal Procurement Portal का मुख्य उद्देश्य
सरकार की इस पहल का उद्देश्य तुअर दाल उत्पादकों को NAFED और NCCF द्वारा खरीद, सुव्यवस्थित प्रक्रियाओं और सीधे बैंक हस्तांतरण के माध्यम से बेहतर कीमतों के साथ सशक्त बनाना है, जिससे घरेलू दाल उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और आयात निर्भरता कम होगी. इसके तहत, उपभोक्ता मामले विभाग, भारत सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार नेफेड और एनसीसीएफ के पोर्टल पर पंजीकृत किसानों से दालों के बफर स्टॉक के लिए खरीदी की जायगी और एमएसपी या बाजार मूल्य, जो भी अधिक हो, उसका भुगतान किसानों को किया जाएगा.
इस पोर्टल का मुख्य लक्ष्य किसानों से सीधे 80% बफर स्टॉक खरीदकर आयात पर निर्भरता कम करना है. यह न केवल खाद्य उत्पादन को सुरक्षित करेगा बल्कि राष्ट्र की भविष्य की खाद्य सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेगा.
NAFED और NCCF द्वारा विकसित वेब पोर्टल का शुभारंभ हो रहा है, जिससे तूर (अरहर) दाल की खेती करने वाले किसान अपनी दाल को ऑनलाइन बेच कर सीधे उसका भुगतान अपने अकाउंट में पा सकेंगे। https://t.co/Gkk16wjzl2
— Amit Shah (@AmitShah) January 4, 2024
Tur Dal Procurement Portal में कोई एजेंसी नहीं होगी शामिल
मिली जानकारी के मुताबिक, पोर्टल पर पंजीकरण, खरीद और भुगतान तक की सभी प्रक्रिया एक ही माध्यम पर उपलब्ध रहेगी. किसानों का पोर्टल पंजीकरण सीधा या PACS व FPO के माध्यम से कर सकते हैं. वहीं, किसान को भुगतान नाफेड और द्वारा सीधे उनके मैप्ड बैंक खाते में किया जाएगा और इस बीच में कोई एजेंसी शामिल नहीं होगी. यह पूरी प्रक्रिया किसान केन्द्रित है जिसमे पंजीकरण से लेकर भुगतान तक की गतिविधियों को किसान स्वयं ट्रैक कर सकते हैं.
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Tur Dal Procurement Portal कई भाषाओं में उपलब्ध
पोर्टल महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात, कर्नाटक और झारखंड के तूर दाल उत्पादकों के लिए पूरी प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेगा, जिससे पंजीकरण, खरीद और भुगतान प्रक्रियाओं आदि कार्य सरल होंगे. इसी के साथ इस पोर्टल में कई भाषाएं भी शामिल की गई है, ताकि किसान सरलता से इसे चला सके.
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