रायपुर में नई मंडी प्रांगण का काया पलट हो सकता है क्योंकि यहां प्रदेश का पहला एग्रीकल्चर मॉल बनाने की योजना है। इस मॉल की खासियत यह होगी कि एक ही छत के नीचे खाद, बीज और दवा की ढेरों किस्में मिल सकेंगी। यही नहीं मॉल में किसानों के आराम करने के लिए किसान भवन और मनोरंजन के लिए थिएटर भी होगा। वहीं खाली मैदान को मेला ग्राउंड के रूप में विकसित किया जाएगा।
कृषि, पशुपालन, मत्स्यपालन, जलसंसाधन, आयकर और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि आने वाले तीन महीनों में इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली जाएगी। उन्होंने बताया कि नई मंडी प्रांगण में एग्रीकल्चर मॉल, किसान भवन, थिएटर और मेला ग्राउंड की योजना तैयार हो रही है। वर्तमान में मंडी की जमीन पर झुग्गी झोपड़ियां हैं और उसमें रहने वाले लोगों को दूसरी जगह पर बसाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 40 ब्लॉक में 10 से 25 एकड़ जमीन ली गई है जहां गौशाला बनाई जाएगी। वहीं 11 ऐसे स्थानों का चयन किया जा रहा है जहां एनीमल शेल्टर बनाए जाएंगे। इन शेल्टर्स को राष्ट्रीय और राजकीय राजमार्ग के किनारे बनाने की योजना है ताकि आवारा मवेशियों को पकड़कर वहां रखा जा सके।
रूबी जैन
कृषि जागरण-नई दिल्ली
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