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अद्भुत (Wonderful): अंतरिक्ष में पहली बार वैज्ञानिकों ने उगाई मूली, जानिए कैसे हुआ संभव

आपने जरूर ऐसा सुना होगा कि धरती पर मनुष्यों के लिए असंभव कुछ भी नहींहै, लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं, जिसके बाद आप कहेंगें कि अंतरिक्ष में भी इंसानों के लिए असंभव कुछ भी नहीं.

सिप्पू कुमार
radish cultivation
Radish cultivation

आपने जरूर ऐसा सुना होगा कि धरती पर मनुष्यों के लिए असंभव कुछ भी नहींहै, लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं, जिसके बाद आप कहेंगें कि अंतरिक्ष में भी इंसानों के लिए असंभव कुछ भी नहीं. दरअसल नासा(NASA)के अंतरिक्ष यात्रियों ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मूली उगाकर सभी के होश उड़ा दिए हैं. इस प्रयोग का नाम प्लांट हेबिटेट-02 रखा गया है, जिसे कृषि विज्ञान में नए अध्याय के उदय के रूप में देखा जा रहा है.

चैंबर में उगाई गई मूली

इस मूली को एडवांस्ड प्लांट हैबिटेट में उगाया गया है, आपको बता दें कि एडवांस्ड प्लांट हैबिटेट को अंतरिक्ष में पौधों पर शोध के लिए बनाया गया है, जो किसी चैंबर की तरह होता है. इस चैंबर में एलईडी (LID) रोशनी और नियंत्रित खाद के साथ-साथ पानी और ऑक्सीजन आदि के सहारे रिसर्च काम चलता है.

इस तरह उगाई गई मूली

नासा के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में मूली को उगाने के लिए खास तरह के बक्सों का उपयोग किया है, जिसमें धरती से लाई गई मिट्टी और अन्य पोषण तत्व हैं, इन बक्सों में मौजूद पौधों को इंजेक्शन द्वारा पानी दिया जाता है. इतना ही नहीं, इनके लिए खास तरह का वातावरण तैयार किया जाता है, जिसमें इनकी जरूरत के अनुसार तापमान, आद्रता एवं मौसम को बनाए रखने की कोशिश होती है.

सुरक्षित है मूली

वैज्ञानिकों का अंदाजा है कि आने वाले 27 दिनों में ये पूरी तरह उगकर खाने योग्य हो जाएगी. अभी तक के प्राप्त जानकारियों के मुताबिक मूली पूरी तरह से सुरक्षित और पोषक तत्वों से भरी हुई है. इस बारे में वैज्ञानिकों ने बताया कि किसी भी अन्य सब्जी के मुकाबले मूली को अंतरिक्ष में लगाना मुश्किल है, इसलिए ये सफलता महत्व रखती है.

इससे पहले उगाई गई थी लेटस

हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है कि अंतरिक्ष में किसी सब्जी को उगाया गया है. इससे पहले नासा लेटस (Lettuce) नाम की सब्जी वहां उगा चुकी है. लेटस एक विदेशी सब्जी है, जो ज्यादातर सलाद व बर्गर में उपयोग होती है. इसे उगाने के बाद ये मालूम हुआ था कि धरती और अंतरिक्ष में उगाए गए लेटस में बहुत अंतर है. अंतरिक्ष में उगाए लेटस में बहुत अधिक पोटैशियम, सोडियम, जिंक जैसे तत्व मौजूद थे.

अंतरिक्ष में मौजूद होगा भोजन का विकल्प

नासा के वैज्ञानिकों का कहना है कि अंतरिक्ष में फसलों को उगाना जरूरी है, ताकि भविष्य में वहां काम कर रहे साइंटिस्टों को भोजन के लिए सिर्फ धरती पर निर्भर न रहना पड़े. धरती से अंतरिक्ष तक भोजन को लाने, रखने एवं डिस्पोज करने में करोड़ों का खर्चा आता है. इन खर्चों को कम किया जा सकता है, अगर हमारे पास भोजन उगाने का विकल्प अंतरिक्ष में ही मौजूद हो.

भविष्य में होगी अंतरिक्ष में खेती

अगर वैज्ञानिक अपने खाने का प्रबंध अंतरिक्ष में ही करने में सफल रहते हैं, तो आने वाले दिनों में शोध कार्य और अधिक तेजी से हो सकते हैं. अभी की तरह उन्हें पैकेज्ड फूड (Packaged food) पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. नासा (NASA) के मुताबिक अभी मूली (Radish) की तर्ज पर ही अंतरिक्ष (Space) में टमाटर, खीरा, प्याज और अन्य पत्तेदार फसलों को उगाए जाने की तैयारी हो रही है.

English Summary: radish cultivation in sapce by Astronauts in International Space Station know more about this news Published on: 19 December 2020, 01:13 PM IST

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