मिर्च की खेती करके किसान ज्यादा मुनाफ़ा कमा सकते हैं. क्यूंकि मिर्च हमारे भोजन का प्रमुख हिस्सा होती है. मिर्च में पाए जाने वाले विटामिन ए, सी समेत कई मुख्य तत्त्व जो हमारी सेहत के लिए लाभदायी होते है. इसकी खेती कर के किसान अतिरक्त धान कमा सकता है.
ऐसे में महारष्ट्र में मिर्च की खेती करने वाले किसानों पर संकट के बादल छाए हुए हैं. जिससे किसनो को काफी मुश्किलों का समाना करना पड़ रहा है. दरअसल, इन दिनों महराष्ट्र में मिर्ची के दामों में गिरावट नजर आ रही है. जहाँ मिर्च के दाम 1 - 3 प्रति किलोग्राम बाज़ार में बिक रहा है.
किसानों को हो रहा है नुकसान (Farmers Having Problem)
बता दें कि मिर्ची के गिरते दाम को लेकर किसान को बहुत नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, किसानों का कहना है कि मिर्च की खेती के लिए हमें लाखों रूपए का निवेश करने पड़ता है, लेकिन दामों में आई गिरवट की वजह से हमें हमारी लागत से कम कीमत मिल रही है. इससे आर्थिक प्रभाव पड़ रहा है.
महाराष्ट्र में सब्जियों के दामो में कमी आई है (Vegetable Prices Have Come Down in Maharashtra)
बता दें कि महाराष्ट्र के नासिक जिले में सब्जियों के भाव में गिरावट नजर आ रही है. पिछले कुछ दिन पहले टमाटर के भाव में भी गिरावट नजर आई थी और अब मिर्च के दामों भी गिरावट देखने को मिल रही है. इससे किसानों को उनकी फसल का अच्छा मूल्य नही मिल रहा है.
मिर्च की उन्नत किस्में जिनसे मिलती है अच्छी पैदावार (Improved Varieties of Chilies)
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काशी अनमोल (लगभग 250 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार)
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काशी विश्वनाथ (लगभग 220 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार)
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जवाहर मिर्च 283 व 218 (लगभग 70 से 80 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार)
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अर्का सुफल (लगभग 250 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार)
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मिर्च की अन्य समान्य उन्नत किस्मों में जे- 218, एआरसीएच- 236, गायत्री, प्रिया, बीएसएस- 14, दुर्गा, केटीपीएल- 19, पूसा ज्वाला, पूसा सदाबहार, भाग्यलक्ष्मीऔर एस- 86235 शामिल हैं.
खेती किसानों की आजीविका होती है , यदि ऐसे ही फसलों का मूल्यों में गिरावट आती रहेगी तो किसानों की आर्थिक स्तिथि काफी प्रभावित हो सकती है. ऐसे में सरकार को किसानों की मदद करनी चाहिए, ताकि किसानों को फसलों पर जो संकट के बदल छाये है. उनसे उनको निजात मिल सके.
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