
आज विश्व पर्यावरण दिवस पूरे विश्व में मनाया जा रहा है. पर्यावरण की रक्षा के लिए सरकार द्वारा भी ठोस प्रयास किए जा रहे है, ऐसे ही विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर आयोजित विज्ञान भवन में “मिट्टी बचाओ आंदोलन” (Save soil movement ) कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल हुए, उन्होंने संबोधन करते हुए पर्यावरण के कई अहम मुद्दों पर चर्चा की.
मोदी ने संबोधित करते हुए पूरे विश्व के लोगों को विश्व पर्यावरण दिवस की बधाई दी. उन्होंने कहा कि आज जब देश अपनी आजादी के 75वे वर्ष का पर्व मना रहा है, इस अमृतकाल में नए संकल्प लें रहा है. तो इस तरह के जनअभियान बहुत अहम हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि मिट्टी बचाओ आंदोलन बहुत अहम है, मुझे संतोष है कि देश में पिछले 8 साल से जो योजनाएं चल रही है, सभी में किसी न किसी रूप से पर्यावरण संरक्षण का आग्रह किया है.
पर्यावरण संरक्षण के लिए भारत ने किए अथक प्रयास
पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि पर्यावरण रक्षा के भारत के अथक प्रयास रहे हैं. भारत ये प्रयास तब कर रहा है जब क्लाइमेट चेंज में भारत की भूमिका न के बराबर है. उन्होंने कहा कि, विश्व के बड़े आधुनिक देश न केवल धरती के ज्यादा से ज्यादा संसाधनों का दोहन कर रहे हैं, बल्कि सबसे ज्यादा कार्बन एमिशन उन्हीं के खाते में जाता है.
नमामि गंगे अभियान को मिलेगा बल
मोदी ने कहा कि इस साल के बजट में हमने तय किया है कि गंगा के किनारे बसे गांवों में नैचुरल फार्मिंग को प्रोत्साहित करेंगे, नैचुरल फॉर्मिंग का एक विशाल कॉरिडोर बनाएंगे. इससे हमारे खेत तो कैमिकल फ्री होंगे ही, नमामि गंगे अभियान को भी नया बल मिलेगा.
जल संरक्षण से जुड़ रहे है लोग
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि, पहले हमारे देश के किसानों के पास जानकारी का अभाव था कि उसकी मिट्टी किस प्रकार की है, उसकी मिट्टी में कौन सी कमी है, कितनी कमी है. इस समस्या को दूर करने के लिए देश में किसानों को soil health card देने का बहुत बड़ा अभियान चलाया गया. हम कैच द रेन जैसे अभियानों के माध्यम से जल संरक्षण से देश के जन-जन को जोड़ रहे हैं. इस साल मार्च में ही देश में 13 बड़ी नदियों के संरक्षण का अभियान भी शुरू हुआ है. इसमें पानी में प्रदूषण कम करने के साथ-साथ नदियों के किनारे वन लगाने का भी काम किया जा रहा है.
इन 5 बातों पर किया फोकस
मोदी ने कहा कि मिट्टी को बचाने के लिए हमने पांच प्रमुख बातों पर फोकस किया है.
- मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाएं.
- मिट्टी में जो जीव रहते हैं, जिन्हें तकनीकी भाषा में आप लोग Soil Organic Matter कहते हैं, उन्हें कैसे बचाएं.
- मिट्टी की नमी को कैसे बनाए रखें, उस तक जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाएं.
- भूजल कम होने की वजह से मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है, उसे कैसे दूर करें और
- वनों का दायरा कम होने से मिट्टी का जो लगातार क्षरण हो रहा है, उसे कैसे रोकें.
Share your comments