कृषि विज्ञान केंन्द्र, बैतूल द्वारा 10 एवं 11 जुलाई 2018 को जिले में कार्यरत उद्यान विस्तार अधिकारियों के लिये दो दिवसीय पौध संरक्षण प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मूल उद्देश्य कृषकों की आय में वृद्धि, लागत में कमी एवं आम उपभोक्ता को स्वस्थ सब्जी एवं फल उपलब्ध कराने का है। कार्यक्रम के आरंभ में केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. व्ही.के. वर्मा ने उद्यानिकी फसलों में प्रयोग किये जाने वाले रसायनों के दुष्परिणाम को रेखांकित किया। डॉ. आशा उपवंशी ने कृषकों की आय बढ़ाने में उद्यानिकी फसलों की भूमिका एवं पौध संरक्षण में व्यय को सीमित करने की तकनीकों की जानकारी देने का आग्रह केन्द्र के वैज्ञानिकों से किया।
तकनीकी सत्र को आरंभ करते हुए केन्द्र के पौध संरक्षण वैज्ञानिक आर.डी. बारपेटे द्वारा जिले की प्रमुख उद्यानिकी फसलों के प्रमुख रोग, कीट, उनकी पहचान एवं कम लागत में उनके प्रभावी प्रबंधन के विषय में विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों को अभ्यासात्मक जानकारी देने का प्रयास किया गया।
केंन्द्र पर पदस्थ शस्य वैज्ञानिक डॉ. मेघा दुबे द्वारा उद्यानिकी फसलों में एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन एवं एकीकृत खरपतवार प्रबंधन की जानकारी दी जिससे उत्पादकता को बढ़ाया जा सके।
उद्यान वैज्ञानिक कु. रिया ठाकुर ने उद्यानिकी फसलों की उन्नत प्रजातियाँ, उन्नत उत्पादन तकनीकी के साथ-साथ, सब्जी फसलों में ग्राफ्टिंग तकनीकी जानकारी उद्यान विस्तार अधिकारियों को दी।
सामूहिक रूप से तकनीकी परिचर्चा में केन्द्र पर पदस्थ सभी वैज्ञानिकों, एवं अन्य कर्मचारियों ने इस प्रशिक्षण में भाग लिया।
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