तेजी से बढ़ रहा कोरोना वायरस जिसे ‘चाइनीज़ वायरस’ भी कह सकते हैं, से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा है जिससे हजारों लोग संक्रमित हो चुके हैं और अभी भी इस संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. वांग जिंगहुआन के नेतृत्व में सेंटर फॉर एविडेंस-बेस्ड एंड ट्रांसलेशनल मेडिसिन (Center for Evidence-Based and Translational Medicine) के शोधकर्ताओं द्वारा किये एक शोध में पता चला है कि नोवल कोरोना वायरस (COVID -19) संक्रमण होने का खतरा A, B, AB और O ब्लड ग्रुप के लोगों में ज्यादा है.
    दरअसल वांग जिंगहुआन के नेतृत्व में सेंटर फॉर एविडेंस-बेस्ड एंड ट्रांसलेशनल मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने दो हजार से ज्यादा कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के ब्लड ग्रुप पैटर्न की जांच की तो सामने आया कि 'A' ब्लड ग्रुप वाले संक्रमित रोगियों की तादाद ज्यादा है क्योंकि इस शोध में 206 संक्रमित मरीजों में से 85 मरीज 'A' ब्लड ग्रुप के पाये गए. इस पर शोधकर्ताओं ने कहा कि 'A' ब्लड ग्रुप वाले लोगों को छोटे से लेकर बड़े इंफेक्शन के प्रति सजग रहना पड़ेगा.
इसके साथ ही शोध में यह भी कहा गया है कि 'O' ब्लड ग्रुप में बाकी ब्लड ग्रुप की तुलना में इस बीमारी के होने की कम संभावना है. तो वहीं यूएस नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में करीब 43 प्रतिशत से ज्यादा आबादी 'O'  ब्लड ग्रुप वाले लोगों की है, जबकि 41 प्रतिशत आबादी 'A' ब्लड ग्रुप की है.
भारत में लोगों के ब्लड ग्रुप
| 
 क्रम  | 
 ब्लड ग्रुप  | 
 प्रतिशत  | 
| 
 1  | 
 'A'  | 
 22.88  | 
| 
 2  | 
 ‘B’  | 
 32.26  | 
| 
 3  | 
 ‘AB’  | 
 7.74  | 
| 
 4  | 
 ‘O’  | 
 37.12  | 
शोधकर्ताओं का कहना है कि यह जरूरी नहीं है कि 'O' ब्लड ग्रुप वाले लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं. लेकिन फिर भी आप इस संक्रमण सम्बंधित दिये गए सुरक्षा दिशा निर्देशों का पालन जरूर करें.
                    
                    
                    
                    
                                                
                                                
                        
                        
                        
                        
                        
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