
कृषि मशीनरी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए उत्तरी क्षेत्र फार्म मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (एनआरएफएमटीटीआई), हिसार को अब कृषि ट्रैक्टर और कम्बाइन हार्वेस्टर के लिए केंद्रीय मोटर वाहन नियम (सीएमवीआर) परीक्षण अनुमोदन और राष्ट्रीय परीक्षण और अंशांकन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) से मान्यता प्राप्त हो गई है. यह मान्यता न केवल संस्थान की तकनीकी क्षमता का प्रमाण है, बल्कि इससे पूरे उत्तर भारत में कृषि मशीनरी उद्योग को बड़ा लाभ मिलेगा.
क्या है सीएमवीआर और एनएबीएल मान्यता?
केंद्रीय मोटर वाहन नियम (CMVR) भारत सरकार द्वारा निर्धारित नियम हैं, जिनके अंतर्गत वाहन निर्माताओं को सुरक्षा, गुणवत्ता और उत्सर्जन से संबंधित मानकों का पालन करना अनिवार्य होता है. जबकि राष्ट्रीय परीक्षण और अंशांकन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (NABL) भारत सरकार की संस्था है जो विभिन्न प्रयोगशालाओं और परीक्षण एजेंसियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की मान्यता प्रदान करती है. अब हिसार स्थित एनआरएफएमटीटीआई को सीएमवीआर के अंतर्गत ट्रैक्टर और कंबाइन हार्वेस्टर के परीक्षण और प्रमाणन की मान्यता मिल गई है, जो इसे देश के चुनिंदा परीक्षण एजेंसियों में स्थान दिलाती है.
ट्रैक्टर और कम्बाइन हार्वेस्टर परीक्षण का नया केंद्र
एनआरएफएमटीटीआई, जो अब तक कृषि यंत्रों के प्रशिक्षण और परीक्षण के लिए प्रमुख संस्थान के रूप में कार्य कर रहा था, अब कंबाइन हार्वेस्टर और कृषि ट्रैक्टर दोनों के सीएमवीआर मानकों के अनुरूप परीक्षण करने के लिए अधिकृत एजेंसी बन चुका है. इस मान्यता के साथ अब संस्थान निम्न सेवाएं प्रदान कर सकेगा:
- कृषि ट्रैक्टरों के सीएमवीआर परीक्षण
- कंबाइन हार्वेस्टरों के सीएमवीआर परीक्षण
- उत्पादों की अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप जांच
- परीक्षण की वैश्विक स्वीकार्यता
उत्तर भारत के ट्रैक्टर निर्माताओं को लाभ
इस नई सुविधा से हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों के ट्रैक्टर और कृषि यंत्र निर्माताओं को अब सीएमवीआर परीक्षण के लिए दूरदराज के केंद्रों की ओर रुख नहीं करना पड़ेगा. हिसार स्थित एनआरएफएमटीटीआई उनके लिए एक निकटवर्ती और सुलभ केंद्र बन गया है.
वैश्विक स्तर पर विश्वसनीयता में वृद्धि
एनएबीएल मान्यता प्राप्त होने से एनआरएफएमटीटीआई में किए गए परीक्षणों की रिपोर्ट को विश्व भर में स्वीकार्यता प्राप्त होगी. इससे भारतीय ट्रैक्टर और कृषि यंत्र उद्योग के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही विदेशी खरीदारों का विश्वास भी मजबूत होगा.
संस्थान की उपलब्धियां और भविष्य की योजनाएं
एनआरएफएमटीटीआई, हिसार पहले से ही कृषि यंत्रों के प्रशिक्षण और परीक्षण के क्षेत्र में अग्रणी है. अब नई मान्यता मिलने से यह संस्थान एक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय परीक्षण हब के रूप में उभर रहा है. आने वाले समय में संस्थान एआई आधारित स्मार्ट ट्रैक्टरों, ई-ट्रैक्टरों, और सटीक कृषि यंत्रों के परीक्षण की दिशा में भी कार्य कर सकता है.
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