आजकल सोशल मीडिया पर प्लास्टिक के चावल होने का अफवाह फैला जा रहा है। अक विडियों में चावल का गेंद बनाकर उछाला जा रहा है जिससे काफी लोग उस विडियों को सच मान रहे है। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य निर्यात निर्यात एजेंसी (एपीईडीए) ने प्लास्टिक चावल के बारे में तेजी से फैल रही अफवाहों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। गौरतलब हो कि आजकल सोशल मीडिया पर प्लास्टिक के चावल होने का अफवाह फैला जा रहा है। अक विडियों में चावल का गेंद बनाकर उछाला जा रहा है जिससे काफी लोग उस विडियों को सच मान रहे है। बताते चलें कि भारत चावल का प्रमुख निर्यातक है। एपीईडीए के आंकड़ों के अनुसार 2016-17 में देश की बासमती चावल का निर्यात 21,604.5 करोड़ रुपये रहा।
एपीईडीए ने कहा कि "सोशल मीडिया और मीडिया में सूचना का प्रसार किया जा रहा है, जिससे यह आभास हो रहा है कि प्लास्टिक चावल को भारत से अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजारों में आपूर्ति की जा रही है। कुछ वीडियो में, चावल की गेंदों को टेबल पर उछाल दिखाया जा रहा है। इस प्रकार के वीडियो और प्रेस रिपोर्ट भ्रामक हैं क्योंकि कई प्रकार के चावल की ऐसी प्रकृति होती है।
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