भारत के कृषि विश्वविद्यालय लगातार देश में कृषि तंत्र में सुधार के प्रयास कर रहे हैं. हाल ही में मध्य प्रदेश के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय एवं जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर के बीच अनुसंधान सहयोग को लेकर एक एमओयु साईन किया गया. इंदिरा गाँधी कृषि विवि के कुलपति डॉ. एसके पाटील और जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति डॉ. वीएस तोमर ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा देश के 46 प्रतिष्ठित कृषि विश्वविद्यालयों एवं अनुसंधान केन्द्रों के साथ एमओयू किया जा चुका है।
इस एमओयु से इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में अध्ययनरत स्नातकोत्तर एवं पीएचडी शोध छात्र-छात्राओं को देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में शोध करने का अवसर मिल रहा है। इसका लाभ मध्य प्रदेश के किसानों को भी मिलेगा जिससे की किसानों की आय में वृद्धि का एक रास्ता खुलेगा.
जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के अंतर्गत लाभदायी सूक्ष्म जीव आधारित जैव उर्वरक और सीड पैथोलॉजी के क्षेत्र में उल्लेखनीय अनुसंधान कार्य किए गए हैं। इन दोनों विषयों पर अनुसंधान सहयोग के लिए योजना तैयार करना प्रस्तावित है। इस पर दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने सहमति जताई है। यदि इसी तरीके से कृषि के क्षेत्र में अनुसन्धान केन्द्रों को एक दुसरे का सहयोग मिलता रहा तो इससे कृषि के क्षेत्र में क्रन्तिकारी अनुसन्धान सामने आयेंगे. जिससे की सीधा फायदा किसानों को मिलेगा.
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