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वैष्णो देवी तीर्थस्थल पर 26 हजार से अधिक लगाए गए पेड़, स्थानीय लोगों को मिला रोजगार

Grow-Trees का 'श्री माता वैष्णो देवी के लिए पेड़' प्रोजेक्ट न केवल जैव विविधता को समृद्ध कर रहा है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार भी पैदा कर रहा है. यहां जानें इस परियोजना से जुड़ी अन्य जानकारी...

KJ Staff
'श्री माता वैष्णो देवी के लिए पेड़'
'श्री माता वैष्णो देवी के लिए पेड़'

माता वैष्णो देवी के पवित्र मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ने के साथ ही, उन्हें आश्चर्य होता है कि कटरा अधिक स्वच्छ और हरा-भरा हो गया है. जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में स्थित यह पहाड़ी गंतव्य, जो कि पवित्र मंदिर का घर है, हर साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है. वनों की कटाई और पर्यटन से संबंधित विकास के कारण, इस क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में पर्यावरण क्षरण, मिट्टी का कटाव, जल प्रतिधारण में कमी, पारिस्थितिक असंतुलन, प्रदूषण और जैव विविधता में कमी देखी गई है.

पारिस्थितिक स्थिरता को बहाल करने के लिए वनीकरण को आवश्यक मानते हुए, सामाजिक संगठन Grow-Trees.com ने कटरा में हरित आवरण का विस्तार करने के लिए 26 हजार से अधिक पेड़ लगाए हैं. उनकी परियोजना, 'श्री माता वैष्णो देवी के लिए पेड़' ने स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

ग्रो-ट्रीज़ डॉट कॉम के सह-संस्थापक प्रदीप शाह बताते हैं, "कटरा का धार्मिक और पारिस्थितिक महत्व बहुत ज़्यादा है और हमारा प्रोजेक्ट 'श्री माता वैष्णो देवी के लिए पेड़' उन कुछ पर्यावरणीय चुनौतियों को हल करने का एक प्रयास है जिसका सामना कटरा कर रहा है. इनमें खराब वायु गुणवत्ता और तेज़ी से विकसित हो रहे शहरी बुनियादी ढांचे से पैदा हुआ पारिस्थितिक असंतुलन शामिल है. लक्षित पुनर्वनीकरण अब न केवल बंजर भूमि पर हरित स्थान बनाने में मदद कर रहा है, बल्कि तीर्थयात्रियों की ज़रूरतों और जैव विविधता के संरक्षण के बीच सही संतुलन बनाने वाले इकोटूरिज्म के लिए एक टेम्पलेट भी तैयार कर रहा है."

माता वैष्णो देवी मंदिर पर लगाए गए पेड़
माता वैष्णो देवी मंदिर पर लगाए गए पेड़

माता वैष्णो देवी के मंदिर पर लगाए गए ये पेड़

माता वैष्णो देवी मंदिर पर लगाए गए पेड़ों में खैर (अकेशिया कैटेचू), बिल पत्री (एगल मार्मेलोस), नीम (अज़ादिराच्टा इंडिका), सिंबल (बॉम्बेक्स सीबा), पलाश (ब्यूटिया मोनोस्पर्मा), टुन्नू (सेड्रेला टूना), गुलमोहर (डेलोनिक्स रेजिया), आंवला (एम्ब्लिका ऑफ़िसिनैलिस), और सफ़ेदा (यूकेलिप्टस सिट्रियोडोरा) शामिल है.

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स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर

साइट सुपरवाइजर अंकुश डोगरा बताते हैं कि यह परियोजना न केवल वायु प्रदूषण का मुकाबला करती है और जैव विविधता को पुनर्स्थापित करती है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए रोजगार भी पैदा करती है. लगाया गया प्रत्येक पेड़ एक स्वस्थ वातावरण की आशा का प्रतिनिधित्व करता है. इन पौधों को पोषित करने के लिए समुदाय को एक साथ आते देखना प्रेरणादायक है."

English Summary: More than 26 thousand trees were planted at Vaishno Devi shrine local people got employment Published on: 15 October 2024, 03:07 PM IST

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