केंद्र की मोदी सरकार इन दिनों किसानहित में बड़ी - बड़ी योजनाएं ला रही है ताकि 2022 तक किसानों की आय डबल हो जाए. हाल ही में इसके लिए केंद्र सरकार ने 'कृषि किसान ऐप' लॉन्च किया था जिससे किसान खेती बाड़ी की आधुनिक जानकारी इकट्ठा कर आधुनिक तरीके से खेती कर अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकें. इतना ही नहीं कृषि मशीनरी सही समय पर उपलब्ध हो सके इसके लिए केंद्र सरकार सीएचएस सेंटर खोलने के लिए सब्सिडी देने की शुरुआत की थी.
अब इसी कड़ी में केंद्र की मोदी सरकार ने देश के सभी किसानों को दिवाली तोहफा दिया है. दरअसल बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी (MSP) बढ़ाने को मंजूरी मिल गई है. गेंहू की एमएसपी में 85 रुपये की बढ़ोतरी हो गई है. वहीं, बाजरे के दाम में भी 85 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. गेहूं का समर्थन मूल्य 1840 रुपये से बढ़कर 1925 रुपये हो गया है. बाजरे के समर्थन मूल्य में भी 85 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. इससे सरकार पर अतिरिक्त 3,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा.
रबी फसलों की नई MSP
गौरतलब है कि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 85 रुपये बढ़ाकर 1925 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. जौ का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य 85 रुपये बढ़कर 1525 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. सरकार ने दालों की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए फसल सत्र 2019-20 के लिए मसूर का न्यूनतम समर्थन मूल्य 325 रुपये बढ़ाकर 4800 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पिछले साल यह रेट 4475 रुपये प्रति क्विंटल था. इसी तरह, चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 255 रुपये बढ़कर 4875 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है, जो पिछले साल 4620 रुपये प्रति क्विंटल था. सरकार ने 2019-20 के लिए सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य 225 रुपये बढ़ाकर 4425 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है. वहीं सूरजमुखी का समर्थन मूल्य 270 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 5215 रुपये प्रति क्विंटल हो गया.
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