सरकार ने समुद्री एवं विभिन्न कृषि उत्पादों के प्रोसेसिंग को गति देने के लिए 6000 करोड़ रुपए की एक नई फूड प्रोसेसिंग योजना संपदा (SAMPADA) को मंजूरी दे दी है जिसे 2016 से 2020 की अवधि में लागू किया जाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया।
क्या है योजना
मिनिस्ट्री ऑफ फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज के अंतर्गत एग्रो मैराइन प्रोसेसिंग एंड डवलेपमेंट ऑफ एग्रो क्लस्टर्स की योजनाओं को साल 2019-20 तक पूरा किया जाना है। मेगा एग्रो प्रोसेसिंग योजनाओं को मंजूरी मिलने के बाद इनमें लगभग 31400 करोड़ रुपए का निवेश होने की संभावना है। सरकार को उम्मीद है कि इससे करीब 334 लाख टन खाद्य पदार्थों को खराब होने से बचाया जा सकेगा और इसके एवज में 1.04 लाख करोड़ रुपए की अतिरिक्त बचत हर साल की जा सकेगी। इन योजनाओं से करीब 20 लाख किसानों को फायदा होगा और 5,305,00 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिल सकेगा। फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज मिनिस्टर हरसिमरन कौर ने इससे पहले कहा था कि कोल्ड चेन और प्रोसेसिंग सिस्टम के अभाव में हर साल 92 हजार करोड़ रुपए के खाद्य पदार्थ बेकार हो जाते हैं।
ये फायदे होंगे इस योजना से
इस नई योजना के लिए 6,000 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। यह 31,400 करोड़ रुपए के निवेश को आकर्षित करने और 1,04,125 करोड़ रुपए मूल्य के 334 लाख टन कृषि उत्पादों के प्रबंधन की सुविधा देगी।
मोदी सरकार ने 6000 करोड़ रूपये की योजना को दी मंजूरी
सरकार ने समुद्री एवं विभिन्न कृषि उत्पादों के प्रोसेसिंग को गति देने के लिए 6000 करोड़ रुपए की एक नई फूड प्रोसेसिंग योजना संपदा (SAMPADA) को मंजूरी दे दी है जिसे 2016 से 2020 की अवधि में लागू किया जाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया।
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