बासमती 1509 चावल किस्म की खरीद का असर हरियाणा के किसानों के चेहरों पर साफ देखा जा सकता है. दरअसल, केंद्र सरकार के द्वारा तय किए गए बासमती चावल की MEP यानी न्यूनतम निर्यात मूल्य लगभग 1,200 डॉलर प्रति टन है. ऐसे में राज्य की विभिन्न अनाज मंडियों में बासमती 1509 की कीमत में भारी गिरावट देखने को मिली है. न्यूनतम निर्यात मूल्य लगने से राज्य के किसान अपनी चावल की उपज को कम दाम पर व्यापारियों को बेचने को मजबूर हैं. बता दें कि बासमती पर MEP पहली बार लगाई गई है. वहीं इससे पहले राज्य में बासमती 1509 किस्म के चावल पर इतनी बड़ी गिरावट नहीं देखने को मिली थी.
हरियाणा की अनाज मंडियों में इस समय सरकार के द्वार तय की गई MEP के माध्यम से बासमती 1509 की कीमत में लगभग 500-600 रुपये प्रति क्विंटल तक कमी हुई है. ऐसे में आइए इस खबर के बारे में विस्तार से जानते हैं-
बासमती 1509 चावल की वर्तमान कीमत
मंडियों में इस समय बासमती 1509 चावल किस्म की कीमत लगभग 2,700 से 2,900 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदी जा रही है. लेकिन इसे पहले इसकी खरीद 3,300 रुपये से 3,500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से थीं. इतनी बड़ी गिरावट के बाद से किसानों को डर सता रहा है कि कहीं इस कीमत में अभी और गिरावट न आ जाए. किसानों का कहना है कि पहले बासमती पर किसी भी तरह की एमईपी नहीं लगाई जाती थी, लेकिन इस पहली बार यह लगाई गई है और वो भी काफी अधिक है.
हड़ताल से भी किसानों को हुआ नुकसान
बासमती 1509 चावल की किस्म में गिवारट को लेकर किसानों का कहना है कि मंडियों में हमेशा बासमती की इस किस्म का अच्छा दाम मिला है, लेकिन इस बार हड़ताल के चलते इसकी कीमत में गिरवाट दर्ज की गई है. इस संदर्भ में सरकार को जल्द से जल्द कोई अहम कदम उठाना चाहिए. ताकि राज्य के किसान को उनकी मेहनत का सही लाभ प्राप्त हो सके.
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मीडिया रिपोर्टस् के अनुसार, बासमती पर लगाई गई एमईपी पर हरियाणा चावल निर्यातक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुशील जैन का कहना है कि इस संदर्भ में कृषि और प्रसंस्कृत खाघ उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के अध्यक्ष और अतिरिक्त वाणिज्य सचिव से मुलाकात की, जिन्होंने इस मुद्दे को जल्द ही हल करना का आश्र्वासन दिया है.
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