उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते दिनों बेलगाम हो चुके कोरोना के कहर पर लगाम लगाने के लिए आगामी 6 मई तक के लिए लॉकडाउन लगाया था. प्रदेश सरकार ने यह फैसला इस उम्मीद के साथ लिया था कि कहीं इस बीच हालात में थोड़ी दुरुस्ती आ जाए, मगर अफसोस कुछ भी ऐसा नहीं हुआ. इसके विपरीत हालात लगातार दुरूह ही होते जा रहे हैं.
अब इन्हीं दुरूह हो रहे हालातों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया है. प्रदेश में अब 10 मई सुबह 7 बजे तक लॉकडाउन जारी रहेगा. प्रदेश सरकार ने यह कदम बेकाबू हो चुके कोरोना के कहर को ध्यान में रखते हुए उठाया है. प्रदेश में हालात बेहद संजीदा हो चुके हैं. स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रही है.
इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि यूपी सरकार ने प्रदेश में आगामी 10 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला किया है. यह फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि बेकाबू हो चुकी स्थिति पर काबू पाया जा सके. गौर करने वाली बात यह है कि इससे पहले जब प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन को महज दो दिनों के लिए बढ़ाया था, तब भी इसी तरह के बयान सामने आए थे, मगर अफसोस धरातल की स्थिति जस की तस बनी रही. अब देखना यह होगा कि प्रदेश सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने से धरातल की स्थिति में क्या कुछ बदलाव आता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही तय करेगा.
जानें, कैसे हैं सूबे के हालात
वहीं, अगर प्रदेश में कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए हालातों की बात करें, तो बीते 24 घंटे के दौरान यहां 25,856 नए मामले सामने आए हैं. प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 2 लाख 50 हजार को पार कर चुकी है. वहीं, मृतकों की संख्या 13,857 है. वहीं, प्रदेश में स्थिति बेकाबू न हो जाए. इस दिशा में सरकार पूरी कोशिश कर रही है. खैर, सरकार की यह कोशिश कहां तक सफल होती है. यह भविष्य के गर्भ में छुपा है.
सीएम योगी ने क्या कहा?
वहीं, प्रदेश में लॉकडाउन बढ़ाए जाने के बाद सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में कोई व्यक्ति इस लॉकडाउन के कारण भूखा न रहे, यह सुनिश्चित करने का दायित्व हमारा है. गौरतलब है कि वर्तमान में पूरे देश में कोरोना वायरस का कहर अपने चरम पर पहुंचकर सब कुछ तहस नहस करने पर आमादा हो चुका है. ऐसी स्थिति में सरकार अपनी तरफ से बेकाबू हो चुकी स्थिति पर काबू पाने के लिए तमाम प्रयास कर रही है. साथ ही इस लॉकडाउन की वजह से प्रदेश के गरीब तबके के लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े इस दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं. विदित हो कि प्रथम लॉकडाउन के दौरान जिस तरह की हदय विदारक तस्वीरें हमें टीवी स्क्रिनों पर देखने को मिली थी. उससे यकीनन दिल पसीज गया था, लिहाजा अब सरकार नहीं चाहती है कि फिर से कुछ ऐसे हालात बने.
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