छत्तीसगढ़ का तीसरा राष्ट्रीय कृषि मेला 24 से 28 जनवरी तक राजधानी के ग्राम जोरा में लगेगा। अब तक हुए दो मेले से इस बार के आयोजन को पूरी तरह अलग करने का प्रयास किया जा रहा है। मेले में आने वालों को कृषि उपकरण और विधि का लाइव प्रदर्शन देखने को मिलेगा।
इस बार मेले की थीम प्रति बूंद-अधिक फसल है। कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने मंगलवार को आयोजन की तैयारियों का जोरा में भूमिपूजन किया। इस अवसर पर एसीएस अजय सिंह समेत विभाग के अन्य अफसर उपस्थित थे।
एक लाख से अधिक किसानों को आमंत्रण
कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि पांच दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेले में प्रदेश के एक लाख से अधिक किसानों को आमंत्रित किया गया है। इनमें खेती किसानी के अलावा उद्यानिकी, पशुपालन तथा मछली पालन से जुड़े किसान शामिल होंगे। किसानों को लाने-ले जाने की जिम्मेदारी संबंधित विभागों को दी गई है। कृषि विभाग और उससे जुड़े सभी विभागों और प्रकल्पों द्वारा भव्य प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
खेती की पाठशाला
कृषि मंत्री ने बताया कि मेले में किसानों की पाठशाला का विशेष आकर्षण रहेगा। पाठशाला में किसान पांचों दिन विषय विशेषज्ञों से रूबरू चर्चा कर कृषि के उन्नत तरीकों की जानकारी लेंगे और अपनी समस्याओं का समाधान पाएंगे।
साभार
-नई दुनिया
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