किसानों को बड़ी सौगात देते हुए भारतीय रेलवे ने एक बार फिर बड़ा फैसला लिया है. दरअसल खाद्य उत्पादों को एक जगह से दूसरे जगह बहुत ही कम कीमत में पहुंचाने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने किसान ट्रेन चलाया है. माना जा रहा है कि रेलवे के इस फैसले से न सिर्फ किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि वो अच्छे दामों पर अपने उपज को बेच भी सकेंगें.
इस तरह चलेगी ट्रेन
इस ट्रेन को पहली बार 29 जनवरी को पश्चिम बंगाल के तारकेश्वर से नागालैंड की तरफ चलाया गया. तारकेश्वर-दीमापुर किसान स्पेशल इस ट्रेन का नंबर 00329 रखा गया है, जो प्रत्येक शुक्रवार सुबह 10 बजे तारकेश्वर से खुलेगी, वहीं वापसी की बात करें तो यही ट्रेन दीमापुर से शनिवार को खुलेगी. रात 9:30 बजे दीमापुर से खुलते वक्त इस ट्रेन का नंबर 00330 हो जाएगा और तारकेश्वर में यह ट्रेन अगली सुबह 7:10 बजे आएगी.
लोड होंगी सब्जियां
वैसे तो इस टैन में फल, सब्जियां, अनाज, तेल आदि सभी कुछ लोड किया जाएगा, लेकिन मुख्य रूप से तारकेश्वर रेलवे स्टेशन से आलू का लदान किया जाएगा. इसका कारण है कि पश्चिम बंगाल के हुगली और बर्दवान जिले में सबसे अधिक आलू का उत्पादन किया जाता है और इसके आस-पास के क्षेत्रों में आलू की खूब मांग है. किसानों में खुशी का माहौल इस ट्रेन के चलने से किसानों के मन में उत्साह है, उन्हें यकिन है कि अब स्थानीय किसानों और व्यापारियों को इससे सीधे लाभ होगा. वहीं दूसरी तरफ सरकार भी मान रही है कि रेलवे द्वारा समय-समय पर बाजारों में आलू पहुंचाए जाने से महंगाई पर लगाम लगेगा.
इन स्टेशनों पर रुकेगी किसान स्पेशल ट्रेन
किसानों के लिए चलाए जा रहे तारकेश्वर-दीमापुर किसान स्पेशल ट्रेन बंडल, अम्बिका कलना, नाबाद्विप धाम, पुरबस्थली, कटवा, अजीमगंज, अजीमगंज सिटी, मालदा टाउन, नई जलपाईगुड़ी, न्यू कूंचविहार, न्यू बॉंगैंगों, गुवाहाटी और लामडिंग स्टेशनों पर रुकते हुए जाएगी.
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