कन्नूर स्थित केरल सरकार के डेयरी विस्तार अधिकारी एमवी जयन की 'സസ്നേഹം രാജലക്ഷ്മി ടീച്ചർ' या 'विद लव, राजलक्ष्मी टीचर' नामक सफलता की कहानी ने 'प्रिंट मीडिया में सर्वश्रेष्ठ लेख' की श्रेणी में यह पुरस्कार हासिल किया, ये स्टोरी कृषि जागरण के मलयालम संस्करण के लिए लिखी गई है.
केरल सरकार की पशुपालन, डेयरी विकास मंत्री जे चिंचू रानी ने हाल ही में आयोजित वार्षिक राज्य स्तरीय डेयरी उत्सव में इसकी घोषणा की. लेख एक अच्छे शिक्षक के बारे में है जो मवेशी पालने और दूध के विपणन के अपने अटूट जुनून का पालन करती हैं. कृषि जागरण मलयालम के संपादक सुरेश मुथुकुलम कहते हैं, ''राज्य स्तर के मंच पर हमारे लेखकों को सरकार से जो मान्यता मिल रही है, उससे मैं अभिभूत हूं''. वो आगे कहते हैं, " इससे कृषि जागरण में काम करने वाले लेखकों और किसानों तक एक मूक संदेश पहुंचा है कि उन्हें राज्य स्तर पर मान्यता और विशेष उल्लेख के साथ पुरस्कृत किया जाएगा, जो कि केरल जैसे राज्य में एक कृषि पत्रिका के लिए एक बड़ी उपलब्धि है"
यह पहली बार नहीं है जब कृषि जागरण के लेखक ने राज्य स्तरीय फार्म मीडिया पुरस्कार जीता है. इससे पहले भी, डेयरी विकास विभाग, केरल सरकार के एक डेयरी फार्म प्रशिक्षक, एमवी थॉमस ने कुछ साल पहले कृषि जागरण मलयालम के कई संस्करणों में अपने योगदान के लिए एक पुरस्कार जीता था.
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हिंदी, अग्रेज़ी, तमिल, मलयालम, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़ समेत 12 भाषाओं में काम करने वाला कृषि जागरण लगातार अपनी वेबसाइट्स, मैगज़ीन, यूट्यूब, इवेंट्स के ज़रिये कृषि क्षेत्र के अहम मुद्दों को उठाता रहता है और कृषक समुदाय के साथ मज़बूती के साथ खड़ा रहता है.
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