1. Home
  2. ख़बरें

India-US Trade Deal: डेयरी सेक्टर खोलने पर नहीं होगा समझौता, 8 करोड़ किसानों के हितों पर अडिग सरकार

भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील की बातचीत भले ही तेज हो रही हो, लेकिन भारतीय सरकार किसानों के हितों से कोई समझौता करने के मूड में नहीं है. देश की 8 करोड़ ग्रामीण आबादी के भविष्य को देखते हुए भारत सरकार फिलहाल कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है.

लोकेश निरवाल
India-America Trade Deal
भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर फंसा पेंच: किसानों के हित में नहीं झुकेगी सरकार (Image Source: Pixabay)

India-America Trade Deal Update: भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर बातचीत तेज़ हो रही है. भारतीय प्रतिनिधिमंडल एक बार फिर वाशिंगटन पहुंचा है. अनुमान है कि 1 अगस्त 2025 से पहले कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है. यह भी बताया जा रहा है कि ट्रेड डील खासतौर पर एग्रीकल्चर और डेयरी सेक्टर के मुद्दों पर अटकी हुई है.

बता दें कि अमेरिका चाहता है कि भारत अपना बाजार उसके डेयरी और कृषि उत्पादों के लिए खोले, लेकिन भारत सरकार किसानों के हितों के साथ कोई समझौता करने के मूड में नहीं है.

SBI रिपोर्ट ने दिखाई तस्वीर

SBI की एक ताज़ा रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि अगर भारत ने अमेरिकी डेयरी प्रोडक्ट्स के लिए अपना बाजार खोल दिया, तो इससे देश के 8 करोड़ डेयरी किसानों को बड़ा नुकसान हो सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, इससे भारतीय किसानों को सालाना 1.03 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है और दूध की कीमतें 15-20% तक गिर सकती हैं. इससे न सिर्फ किसानों की कमाई घटेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होगी.

क्यों है ये मुद्दा इतना बड़ा?

भारत का डेयरी सेक्टर न केवल ग्रामीण आय का बड़ा स्रोत है, बल्कि राष्ट्रीय सकल मूल्य संवर्धन (GVA) में भी इसकी 2.5-3% की हिस्सेदारी है. यहां करीब 8 करोड़ लोग इस क्षेत्र से सीधे जुड़े हैं. ऐसे में किसी भी बाहरी दबाव में आकर अगर सरकार ने बाज़ार खोला, तो छोटे किसानों की आजीविका पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा.

किसानों के साथ कोई समझौता नहीं

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी तरह की ट्रेड डील भारतीय किसानों के हितों को ध्यान में रखकर ही की जाएगी. वहीं, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि FTA (Free Trade Agreement) तभी होगा जब दोनों देशों को समान रूप से फायदा होगा.

GTRI की चेतावनी 

ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिका के अत्यधिक सब्सिडी वाले डेयरी, पोल्ट्री और चावल जैसे उत्पाद भारत की कृषि अर्थव्यवस्था को कमजोर कर सकते हैं. इससे खाद्य सुरक्षा पर भी खतरा मंडरा सकता है.

English Summary: India US trade deal no compromise on dairy sector government stands with 8 crore farmers Published on: 16 July 2025, 10:25 AM IST

Like this article?

Hey! I am लोकेश निरवाल . Did you liked this article and have suggestions to improve this article? Mail me your suggestions and feedback.

Share your comments

हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें. कृषि से संबंधित देशभर की सभी लेटेस्ट ख़बरें मेल पर पढ़ने के लिए हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें.

Subscribe Newsletters

Latest feeds

More News