भारत अपनी अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को तेज़ी से बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासों में जुटा हुआ है. इसी कड़ी में भारत और यूएई (India and UAE Agreement) ने 19 फरवरी को व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर किये हैं. जो भारत को आने वाले 5 सालों में पूरा बदल कर रख देगा.
इसी संदर्भ में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Union Minister of Commerce and Industry Piyush Goyal) ने दोनों देशों के बीच "दोस्ती और अर्थव्यवस्था के बढ़ते बंधन" की पुष्टि की है. आने वाले समय में भारत को विश्व स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में जा सकेगा. इस पर गोयल ने कहा कि यह समझौता पीएम मोदी और क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के संबंधों का एक वसीयतनामा है.
गोयल ने कहा कि "यह (CEPA) कुछ वर्षों में बने पीएम मोदी और क्राउन प्रिंस (PM Modi and Crown Prince) के संबंधों का एक बड़ा लाभ है. 90% से अधिक निर्यात मूल्य के बाद से तत्काल लाभ को देखते हुए संख्या बहुत रोमांचक है. हम इस वर्ष 30 बिलियन अमरिकी डॉलर का माल निर्यात कर रहे हैं".
देश में पैदा होंगे 10 लाख रोजगार (10 lakh jobs will be created in the country)
इसके अलावा, पियूष गोयल का कहना है कि "भारत-यूएई का आर्थिक साझेदारी समझौता (India-UAE Economic Partnership Agreement) 10 लाख रोजगार पैदा करेगा. साथ ही यह समझौता देश से 1 लाख करोड़ से 1.5 लाख करोड़ यूनिट के निर्यात को आसानी से पूरक करेगा, जिसका अर्थ है कि देश में 10 लाख नौकरियां पैदा होंगी".
इन क्षेत्रों को भी मिलेगा बढ़ावा (These areas will also get a boost)
गोयल ने आगे कहा कि "खेती (Farming), ऑटोमोबाइल (Automobile), कपड़ा (Cloth), हस्तशिल्प (Handicrafts), चमड़े के सामान के निर्माण (Leather Products) और खेल के सामान के निर्माण (Sports Product) जैसे श्रम उन्मुख क्षेत्रों (Labor Oriented Sectors) को न केवल संयुक्त अरब अमीरात में बल्कि पूरे खाड़ी क्षेत्र, अफ्रीकी महाद्वीपों और यूरोप के कुछ हिस्सों में बढ़ावा मिलेगा".
भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने के लिए, पीयूष गोयल ने यूएई के प्रतिनिधिमंडल के साथ उनके अर्थव्यवस्था मंत्री अब्दुल्ला बिन तौक अल-मैरी और विदेश व्यापार राज्य मंत्री थानी बिन अहमद अल ज़ायौदी से मुलाकात की. सीईपीए (CEPA) से आने वाले 5 वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार (Bilateral Trade) को मौजूदा 60 अरब डॉलर से बढ़ाकर 100 अरब डॉलर करने की उम्मीद है.
यूएई के अर्थव्यवस्था मंत्री अब्दुल्ला बिन तौक अल मैरी (UAE Minister of Economy Abdullah bin Touq Al Marie) ने समझौते पर हस्ताक्षर करने पर कहा,
"5 महीने के भीतर इस आकार, दायरे और महत्व के सौदे की शर्तों पर हमारा समझौता हमारे साझा दृष्टिकोण की शक्ति को प्रदर्शित करता है. मुझे विश्वास है कि यूएई-भारत ' व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता' को एक उपलब्धि माना जाएगा".
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