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Aam Doorstep Suvidha: ऑनलाइन आर्डर से लें रसीले आमों का मज़ा, सीधा खेत से घर के दरवाज़े तक

क्या आप खट्टे-मीठे आम के शौकीन हैं? यदि हां, तो आज हम आपको एक ऐसी ख़बर देने जा रहे हैं जिसको सुनकर आपको मुंह में झट से पानी आजाएगा और मन करेगा बस एक फ़ोन में आम अपने घर मंगवालूं. अब यह कैसे संभव है आइये जानते हैं इस लेख में.

रुक्मणी चौरसिया
Mango at your Doorstep!
Mango at your Doorstep!

गर्मी का मौसम आते ही आम चखने के लिए मन ललचाने लगता है. ऐसे में सरकार ने एक ऐसी सुविधा दी है जिससे आप घर बैठे-बैठे ताज़े आमों का ऑनलाइन आर्डर (Mango Online Order) कर सकते हैं. बता दें कि इन आमों को किसान सीधा अपने खेत से तोड़कर पैक करते हैं.  

आम की सुविधा डोरस्टेप तक (Mango Doorstep Service)

दरअसलकर्नाटक स्टेट मैंगो डेवलपमेंट एंड मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (KSMDMCL) ने एक ऐसी पहल की है जिससे आम आदमियों को आम उनके द्वार पर मिल सकेगा. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि KSMDMCL ने इंडिया पोस्ट (India Post) के साथ मिलकर ग्राहकों के दरवाजे पर आम पहुंचाएगा.

आमों को घर तक लाने की प्रक्रिया (Mango Doorstep Service Process)

KSMDMCL के अधिकारियों के अनुसारउन्होंने और भारतीय डाक ने ऑनलाइन बिक्री के लिए एक वेब पोर्टल लॉन्च किया है. ध्यान देने वाली बात ये है कि 2020 मेंकोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के बीचराज्य सरकार और भारतीय डाक ने ऑनलाइन मार्केटिंग (Online Marketing) और डाक सेवाओं का उपयोग करके उपभोक्ताओं को रामनगरचिक्कबल्लापुर और कोलार जिलों के किसानों से आमों को वितरित करना शुरू कियाजिन्हें फलों के राजा (Fruit King) के रूप में भी जाना जाता है.

वेब पोर्टल की इस पहल की सफलता के बाद, KSMDMCL ने 2021 में इंडिया पोस्ट के माध्यम से आमों की डिलीवरी जारी रखी और इस साल भी विभाग को ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है. 

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार KSMDMCL के प्रबंध निदेशक सीजी नागराजू ने कहा कि “पिछले दो वर्षों से किसानों और ग्राहकों दोनों को इस पहल से लाभ हुआ है. 2020 में राज्य भर में कुल 35 हजार ग्राहकों को कुल 100 टन आम की आपूर्ति की गई और 2021 में कम उपज के बावजूद 45 हजार उपभोक्ताओं को 79 टन आम बेचा गया. इससे पता चलता है कि ग्राहक ऑनलाइन किसानों से अच्छी गुणवत्ता वाले आम खरीदने में रुचि रखते हैं.”

पोर्टल में किसानों के नाम और मोबाइल नंबर के साथ उनके द्वारा उगाए गए फलों की किस्में दर्ज की गई हैं. बता दें कि ग्राहक द्वारा ऑर्डर देने के बाद किसान को एक टेक्स्ट के द्वारा संदेश प्राप्त होता है. जिसके बाद किसान फलों को पैक करता है और उन्हें डाकघर (जीपीओ)बेंगलुरु भेज देता है. इन सारी प्रक्रियाओं के बाद जीपीओ से बक्सों को उनके संबंधित गंतव्यों के लिए भेज दिया जाता है. 

ख़ास बात ये है कि कर्नाटक भारत के सर्वोच्च आम उत्पादकों में से एक है. जिसमें बेंगलुरु ग्रामीणकोलारचिक्काबल्लापुराधारवाड़ और रामनगर जैसे 16 जिले शामिल हैं. इन क्षेत्रों में 1.68 लाख हेक्टेयर में आम की फसल की खेती की जाती है. 

कैसे दें आम का आर्डर (How to make order of Mango)

यदि आप भी इस सुविधा का लुत्फ़ उठाना चाहते हैं तो इनकी आधिकारिक वेबसाइट www.karsirimangoes.karnataka.gov.in पर जाकर अपने लिए रसीले आमों को आर्डर कर सकते हैं.  

English Summary: How to order mangoes online Published on: 23 May 2022, 12:46 PM IST

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