किसानों के लिए गन्ना एक प्रमुख नकदी फसल है. इसकी खेती प्रमुख रूप से उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, गुजरात, बिहार, हरियाणा और पंजाब में होती है. इन सभी राज्यों के किसानों की आजीविका गन्ने की फसल की गुणवत्ता और मात्रा पर निर्भर करती है. इस बीच गन्ना उत्पादक के लिए एक अच्छी खबर है.
दरअसल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गन्ना किसानों के हित के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. सरकार का मानना है कि इस निर्णय से गन्ना किसानों की आय में वृद्धि होगी. उनकी आर्थिक स्थिति में भी काफी सुधार आयेगा. बता दें कि राज्य सरकार ने पेराई सत्र 2021-22 के लिए राजस्थान राज्य गंगानगर चीनी मिल द्वारा गन्ने के खरीद मूल्य में 50 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि को मंजूरी दी है.
सीएम गहलोत का कहना है कि इस फैसले से गन्ना उत्पादकों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिलेगा. इसी उद्देश्य से गन्ना उत्पादक किसानों की ओर से गन्ने की खरीद दर बढ़ाने की मांग की जा रही थी. उनका आगे कहना है कि इससे राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों को प्रति सीजन लगभग 5 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी.
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मुख्यमंत्री के इस निर्णय के बाद गंगानगर चीनी मिल अब अगेती किस्म का गन्ना 360 रुपये प्रति क्विंटल, मध्यम श्रेणी का गन्ना 350 रुपये प्रति क्विंटल और लेट किस्म का गन्ना 345 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदेगी.
इन राज्यों में गन्ने की कीमत (Sugarcane Price In These States)
राजस्थान में गन्ने का उत्पादन कम होता है. यहां देश का सिर्फ 0.5 फीसदी ही गन्ना पैदा होता है. वहीँ, हरियाणा में इस समय गन्ने की अगेती किस्म की कीमत 362 रुपये प्रति क्विंटल व पछेती के लिए 355 रुपये का रेट तय है. इसके अलावा पंजाब सरकार ने गन्ने के रेट (Sugarcane Price in Punjab) 360 रुपये का रेट है.
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