आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने विपणन सीजन 2020-21 के लिए सभी अनिवार्य खरीफ फसलों के लिए 1 जून को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है. जिसमें केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों को 14 खरीफ फसलों के सरकारी भाव को बढ़ाने की घोषणा की है. दरअसल कोरोना संकट के बीच, सरकार ने विपणन सीजन 2020-21 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है, ताकि उत्पादकों को उनकी उपज के लिए पारिश्रमिक मूल्य सुनिश्चित किया जा सके. तो वही केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कैबिनेट ब्रीफिंग में कहा कि संशोधित मूल्य किसानों को लागत से लगभग 50-83 फीसद अधिक प्रदान करेगा.
MSP में हुई 50 से 83 फीसदी की वृद्धि
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि इस कोरोना महामारी में किसानों की अर्थिक स्थिति को सुधारने और राहत देने के लिए यह फैसला लिया गया है. इसमें 14 खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 50 से 83 फीसद की वृद्धि की गई है.इसके साथ ही किसानों को 3 लाख रुपए तक के लोन पर 2 फीसद छूट भी प्रदान की जाएगी और किसानों को कर्ज चुकाने के लिए अगस्त तक समय सीमा को बढ़ाया जाएगा. इसके अलावा समय पर कर्ज चुकाने वालों को अतिरिक्त 3 फीसद तक छूट देने का भी निर्णय लिया गया है.
इन खरीफ फसलों की MSP में हुई वृद्धि
मूंगफली (Moongfali) - 5,275 रुपए प्रति क्विंटल
सोयाबीन (Soyabean)- 3,880 रुपए प्रति क्विंटल
उड़द (Urad) - 6,000 रुपए प्रति क्विंटल
मूंग (Moong) - 7,196 रुपए प्रति क्विंटल
अरहर (Arhar) - 6,000 रुपए प्रति क्विंटल
धान (Paddy) - 1,868 रुपए प्रति क्विंटल
ज्वार (Jwar ) - 2,620 रुपए प्रति क्विंटल
बाजरा (Bajra) - 2,150 रुपए प्रति क्विंटल
मक्का (Makka) - 1,850 रुपए प्रति क्विंटल
इसके अलावा नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में वर्ष 2020-21 के लिए मूंग, मूंगफली, रागी, सोयाबीन, तिल व कपास की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 50 फीसद की बढ़ोतरी का फैसला लिया गया है.
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